दिल्ली : बुधवार सुबह यूपी गेट पर एक साल 17 दिन से डटे किसानों ने हवन-पूजन के बाद फतेह मार्च के साथ अपने घरों को रवाना हो गए। यूपी गेट पर बुधवार सुबह का नजारा किसी खत्म हो रहे मेले की तरह था। गाजीपुर बॉर्डर पर दो घंटे तक किसानों ने जमकर जीत का जश्न मनाया, फूलों की वर्षा के बीच लोक व देशभक्ति गीतों पर किसान खूब झूमे। काफिले में सबसे आगे राकेश टिकैत तिरंगा व भाकियू का झंडा लहराकर लोगों का अभिवादन करते हुए निकले।
पुलिस के मुताबिक मरम्मत व मलबा हटाने के बृहस्पतिवार से गाजीपुर सीमा सभी वाहनों के लिए खोल दी जाएगी। दूसरी ओर, किसान आंदोलन खत्म होने के बाद छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए सिंघु बॉर्डर की दोनो कैरिज-वे की तीन लेन खोल दी गई है। बची पांच लेन की मरम्मत का काम अभी चल रहा है। काम पूरा होने के बाद इनको भी खोल दिया जाएगा। सभी लेन खुलने के बाद भारी वाहनों की आवाजाही भी हो सकेगी।
जाते- जाते टिकैत ने कहा कि 13 महीने के संघर्ष के बाद किसानों का सम्मान लौटा है। जो नौजवान, अन्नदाता दबा हुआ था, उसे अपनी बात कहने की आजादी मिली है। अभी आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। भारत सरकार से समझौते के आधार पर आंदोलन स्थगित हुआ है।
