दिल्ली: दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। सरकार कोरोना पर काबू पाने के लिए तैयारियों में जुटी है। तो इन पाबंदियों की वजह से कई लोगों को रोजगार की समस्या हो गई है। इसी क्रम में शादी-समारोह से जुड़े व्यवसायियों ने मेहमानों की संख्या बढ़ाने की मांग दिल्ली सरकार से की है। व्यवसायियों ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। जिसमें कोविड प्रोटोकॉल के साथ कम से कम 200 लोगों को शामिल होने की मांग की गई।
व्यवसायियों का कहना था कि कोविड की वजह से शादी-समारोह को घर पर ही आयोजित करने का निर्देश है। इस वजह ये उद्योग गंभीर संकट से गुजर रहा है। इस तरह के प्रतिबंध की वजह से शादियों को स्थगित करने या रद्द करने के लिए लोग मजबूर हैं। यह भी कहा कि वेडिंग प्लानर, होटल, कैटरर्स, बैंक्वेट, डांस ट्रूप और कलाकार बेरोजगार हो रहे है।
सरकार कम से कम 200 मेहमानों की उपस्थिति या आयोजन स्थल की 50 प्रतिशत क्षमता के साथ शादियों की अनुमति दे। कोविड के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करके समारोह को आयोजित कराया जाएगा। विवाह स्थल बहुत बड़े-बड़े हैं। जहां कोविड प्रोटोकॉल का आसानी से पालन कराया जा सकता है।
दिल्ली बैक्वेट एसोसिएशन के संजीव नागपाल ने कहा कि पाबंदियों की वजह से कई लोगों को रोजगार की समस्या हो गई है। वेटर, बंदवाला, मेहंदीवाला, सब्जी और फल विक्रेता, फूलवाला, मजदूर, इवेंट स्टाफ, इलेक्ट्रीशियन, टेलरिंग स्टाफ, कैटरिंग स्टाफ, किचन स्टाफ समेत कई लोग बेरोजगार हो गए है। दूसरी लहर के बाद मुश्किल से उन्हें वापस बुलाया गया था। सभी मजदूर फिर से बेरोजगार हो गए हैं।
