निर्वाचन आयोग: मतदाता सूचियों में एक जैसे नाम और फोटो जैसी गड़बड़ियों को दूर करने के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग ने पूरे देश में मतदाता सूची को नए सिरे से तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की है। अब मतदाता सूची को नए सिरे से तैयार किया जाएगा। इसके लिए विस्तृत तय मानक (एसओपी) तैयार किए गए हैं।
इन मानकों की प्रति देश के सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को भेजे गए हैं, ताकि आसानी से मतदाता सूची की गड़बड़ियों को दूर कर एक जैसी मतदाता सूची तैयार की जा सके। इसमें समान जनसांख्यिकीय प्रविष्टियों और फोटो से मिलती-जुलती प्रविष्टियों के प्रबंधन और संशोधित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी किए। इसके तहत कहा गया है कि वे अपने यहां मतदाता सूचियों को जनसांख्यिकी और फोटो के आधार पर सत्यापित कराएं।
इस प्रक्रिया को 1 जनवरी, 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा। आदेश के मुताबिक सभी राज्य पहचान पत्र में विभिन्न स्थानों और फोटो में मतदाताओं के एक जैसे फोटो वाली गड़बड़ियों को सुधारने में मदद करेंगे। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी एसओपी के मुताबिक, राज्यों को अपनी प्रक्रिया के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निर्वाचन आयोगों को संबंधित कर्मचारियों को भी प्रशिक्षित करना होगा। इस क्रम में गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और यूपी में जनसंख्या और एक जैसी फोटो वाले मतदाता पहचान पत्रों की जांच हो सकेगी। सूचियों के लिए सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को गुरुदा ऐप और आयोग के ऑनलाइन प्लेटफार्म एरोनेट की मदद लेने का सुझाव भी दिया है।
