सरकार भानु प्रताप तिवारी
महराजगंज जवाहरलाल नेहरू स्मारक पीजी कॉलेज महाराजगंज में आयोग से आए हुए नए प्राचार्य से इरा न्यूज़ इन इंडिया टीम के अपराध संवाददाता सरकार भानु प्रताप तिवारी ने बातचीत की आयोग से आए हुए प्राचार्य का नाम डॉ दिग्विजय नाथ पांडे है पीजी कॉलेज के नए प्राचार्य डॉ दिग्विजय नाथ पांडे जी ने अपने अनुभव को साझा किया और सवाल नम्बर 01-हमारे बातचीत किया हमारे संवाददाता ने उनसे पूछा कि कि आप अपने अनुभव के बारे में कुछ बताएं उन्होंने बताया कि वह इसके पहले हीरालाल रामनिवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय खलीलाबाद संत कबीर नगर में एसोसिएट प्रोफेसर राजनीति विज्ञान विभाग के पद पर कार्यरत रहे हैं उन्होंने 1989 से शिक्षा विभाग में हैं और 32 साल से उनका कार्यकाल चल रहा है उन्होंने बताया कि कल ही हमने उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा के चयन के उपरांत शिक्षा निर्देशक उसके द्वारा जो अनुशासन के पालन में कल दोपहर में प्रचार पद का कार्यभार ग्रहण किया और सवाल नम्बर -02 हमारे संवाददाता ने कहा कि आप अपने काल में कुछ ऐसे अनुभव पर प्रकाश डालिए जो आप वहां पर छोड़कर आए हैं और जिसकी वजह से आप दुखी या तकलीफ में है और वहां के कुछ अच्छाइयों पर प्रकाश डालते हुए कुछ वहां के बारे में आप हमें बताएं? तो डॉ दिग्विजय नाथ पांडे ने बताया कि वहां का वातावरण बहुत ही अच्छा था वहां का पीजी का हेड था और तरह-तरह के सेमिनार वहां पर होते थे यह भी महाविद्यालय अपने पुराने गौरव को प्राप्त करेगा उन्होंने बताया कि वह यहां पर 1990 में पहली बार सेमिनार में आए थे राजनीति विज्ञान विभाग की तरफ से वह एक सेमिनार में आए थे राजनीति विभाग में बहुत से नए विषय खुले हैं वह अच्छे से चले विज्ञान संकाय की स्थापना हुई है वह भी बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिले और कालेज को विस्तार और बढ़ावा देना और यह भी नए मूल्यांकन करके इसके उन्नति की ओर पहुंचाना ही मेरा लक्ष्य है उन्होंने कहा है कि मैंने वहां जो भी अनुभव प्राप्त किया उसका उपयोग यहां पर करूंगा यह सब बातें डॉ दिग्विजय नाथ ने सवाल नम्बर 03- हमारे संवाददाता ने बताया हमारे संवाददाता से बातचीत का दूसरा अंत में उन्होंने पूछा कि राजनीति में आपका क्या कहना है? तब उन्होंने बताया कि छात्र राजनीति जो हमेशा से होती रही है और यह लोकतंत्र की प्राइमरी पाठशाला है लेकिन उनके लिए सर्वोच्च न्यायालय ने कुछ दिशा निर्देश जारी किया है और एक कमेटी के माध्यम से वह इसे पूरा विस्तार से बताएंगे और अभी कोरोना काल चल रहा है जिसके नाते सेशन भी लेट हुआ है तो 17 जुलाई से प्रारंभ होती है उसके लिए कुछ अनिवार्यता है और उसमें सबसे पहले विचार-विमर्श करके उचित फैसला लिया जाएगा हमारे सवाल नम्बर 04- संवाददाता ने कहा है कि आपके आने के बाद छात्र संघ में एक गहरा मोड़ आया है संघ के पदाधिकारियों को लगता है कि आए हुए नए प्राचार्य उनकी बातें मानेंगे और उनकी जो भी जायज मांगे होंगी वह पूरी की जाएगी क्या उनकी मांगें जायज रहेंगी तो उन्हें पूरे करने में आपका क्या विशेष योगदान रहेगा? तब डॉ दिग्विजय नाथ ने बताया कि जो भी मांगे रहेंगी जो लोकतंत्र या किसी भी व्यवस्था संवाद के माध्यम से चलती है हम छात्रों के लिए हैं और शिक्षा देने का कार्य करते हैं उनसे संबंधित जो भी मांगे रहेंगे उन पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा और जो भी हमारी क्षमता होगी हमारे संसाधन होंगे उनसे उनको पूरा सवाल नम्बर 05- हमारे संवाददाता ने पूछा है कि आपको आयोग द्वारा भेजा गया है आप रीजन क्या है कि पीजी कॉलेज में किस तरह कार्य करेंगे किस तरह प्रयास करेंगे कि यहां के बच्चों को नियमित अनुशासित किया जाए? डॉ दिग्विजय नाथ पांडे जी ने बताया कि वह बच्चों के साथ एक बच्चे के साथ संवाद स्थापित करेंगे और उनकी पूर्ण रूप से यही कोशिश रहेगी कि पढ़ाई अच्छे से हो सभी कक्षाएं अच्छे से चले किसी भी महाविद्यालय को अनुशासन बनाए रखने के लिए पठन-पाठन उसकी गुणवत्ता हो कक्षाएं चले विद्यार्थियों को यह मौका ना मिले कि हमारी कक्षाएं नहीं चल रही हैं उन्होंने बताया कि किसी भी विद्यार्थी को यह कहने का मौका ना मिले कि हमारी कक्षाएं नहीं चल रही हैं कक्षाएं चलेंगी तो अनुशासन भी बना रहेगा और जो भी कमी है उसको दूर किया जाएगा और यह महाविद्यालय अपने पुराने गौरव को प्राप्त करेगा स्वर्गीय प्रोफेसर शिब्बन लाल सक्सेना जी जो सांसद भी रहे हैं और उनके समय जब हम लोग बचपन में उनको सुना करते थे तब उनका परंपरा जो भी है महाविद्यालय को आगे बढ़ाने का उसे और भी आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा और उन्होंने बताया कि अब जवाहर लाल नेहरू स्मारक पीजी कॉलेज को पुराने गौरव को प्राप्त कर आना
