सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन आज करीब डेढ़ साल से बना हुआ है। कोरोनावायरस की दूसरी लहर आने के कारण प्रदर्शन में कमी देखी गई थी परंतु अब किसानों का प्रदर्शन एक बार फिर उबाल मारने लगा है जिसके बाद सरकार द्वारा उन्हें जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति दे दी गई है। बता दें कि किसान विरोध प्रदर्शन के जरिए आज दूसरे दिन भी जंतर-मंतर पर किसान संसद चलाएंगे। जिसके लिए सिंधु बॉर्डर से किसानों की लंबी टोली रवाना हो चुकी है।
वहीं जंतर-मंतर से कुछ ही दूरी पर संसद भवन स्थित है जहां मानसून सत्र चल रहा है। 26 जनवरी को हुई घटना को देखते हुए सरकार द्वारा जंतर मंतर पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी तरह का विवाद होने से बचा जा सके। इस दौरान किसानों ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि किसान संसद आयोजित करने का एकमात्र उद्देश्य या प्रदर्शित करना है कि उनका आंदोलन अभी भी जारी है।
उल्लेखनीय है कि किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए तथा किसान संसद के मद्देनजर जंतर मंतर पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। परंतु इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कड़ी सुरक्षा के बीच 3 नए कृषि कानूनों के प्रदर्शन में सिर्फ 200 लोगों को ही जंतर-मंतर पर आने की अनुमति दी गई है।