महाराजगंज: आज उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा आयोजित 20 दिवसीय ऑनलाइन संस्कृत प्रशिक्षण के दौरान गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु का महत्व बताया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष वाचस्पति मिश्र रहे। विशिष्ट अतिथि संस्थान के निदेशक श्री पवन कुमार ने कहा कि गुरु का दर्जा भगवान से भी ऊपर है। मुख्य अतिथि के भाषण के क्रम में श्री वाचस्पति मिश्र जी ने कहा कि भगवान शिव के रूद्र हो जाने पर गुरु मना लेंगे परंतु गुरु के रुष्ट हो जाने पर मनुष्य को कोई नहीं बचा सकता ।
कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्रशिक्षक आचार्य दिवाकर मणि त्रिपाठी ने किया। तथा कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्रमुख श्री सुधीष्ठ मिश्र जी, समन्वयक श्री धीरज मैथानी, संस्थान के वरिष्ठ अधिकारी श्रीमती चंद्रकला जी,श्री दिनेश मिश्र जी तथा पूरे भारत से संस्कृत शिक्षा ग्रहण करने वाले प्रशिक्षु उपस्थित रहे।
