मथुरा: वृंदावन में तेजी से धार्मिक पर्यटन बढ़ रहा है। इससे तीर्थ स्थलों पर जाम की समस्या हर ओर देखी जा सकती है। वृंदावन में हालत सबसे ज्यादा खराब है। इन्हीं हालातों को देखते हुए वृंदावन में दो रोपवे बनाए जाने की परियोजना तैयार की गई है। वृंदावन में यातायात की अव्यवस्था, जाम और पार्किंग की समस्या को देखते हुए अब दो नए रोपवे बनाए जाएंगे। ये दोनों रोपवे वृंदावन के दोनों प्रमुख मार्गों छटीकरा रोड और दारुख पार्किंग पानीगांव रोड से शुरु होंगे और विद्यापीठ चौराहे तक पहुंचेंगे। इनके माध्यम से श्रद्धालु बिना जाम में फंसे बांकेबिहारी और अन्य प्रमुख मंदिरों तक पहुंच सकेंगे।
इनमें एक रोपवे छटीकरा रोड से शुरु होकर वैष्णोदेवी, अक्षयपात्र, प्रेममंदिर और वहां से इस्कॉन मंदिर होते हुए विद्यापीठ चौराहे पर पहुंचेगा। जबकि दूसरा रोप-वे दारुख पार्किग से शुरू होकर टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेंटर, वहां से अटल्ला चुंगी और फिर बिहारीजी होते हुए विद्यापीठ चौराहा पर पहुंचेगा। विद्यापीठ चौराहे पर इसका मुख्य स्टेशन बनाया जाएगा।
वृंदावन में दो रोपवे का निर्माण नेशनल हाईवे की एनएचएमएल यानि रोपवे डिवीजन बनाएगी। इस एजेंसी के अधिकारियों की तीन दिन पहले तीर्थ विकास परिषद में बैठक हुई थी। अब लखनऊ में राज्य स्तर पर इसकी बैठक होगी, जिसके बाद डीपीआर तैयार होगी और परियोजना की लागत तय होगी।
इस प्रकार वृंदावन की दोनों ओर से पार्किंग से श्रद्धालुओं को सीधे विभिन्न मंदिरों तक पहुंचाया जा सकेगा। इससे न तो श्रद्धालु जाम में फंसेंगे और न ही स्थानीय लोगों को यातायात की अव्यवस्था से दो-चार होना पड़ेगा। रोप वे का संचालन पूरा होते ही दर्शन के लिए आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी।
