आयकर विभाग: चुनाव से पहले लगातार अखिलेश यादव के करीबियों के यहां आयकर विभाग के छापे पड़ रहे हैं, छापे लोगों के मन में सपा के लिए सहानुभूति भी पैदा करने का भी काम कर सकते हैं। लगातार छापेमारी ने कहीं न कहीं ये तय कर दिया है कि बीजेपी की लड़ाई यूपी में सिर्फ सपा से है।
इसी क्रम में आयकर विभाग की ओर से समाजवादी पार्टी (सपा) के एमएसली और इत्र व्यापारी पुष्पराज जैन उर्फ पंपी जैन के कई ठिकानों पर 31 दिसंबर को छापेमारी की गई थी। आयकर विभाग ने इत्र के कारोबार और रियल स्टेट कारोबार से जुड़े दो समूहों के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की थी।
विभाग की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार ये छापेमारियां उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और गुजरात में लगभग 40 स्थानों पर की गई थीं। इस दौरान पता चला है कि समूह कर चोरी में संलिप्त था। समूह ने सेल्स ऑफिस और मुख्य ऑफिस में समूह ने कच्चे बिल के माध्यम से 35 से 40 फीसदी काम नकद में किया। समूह की 10 करोड़ रुपये की टैक्स हेराफेरी सामने आई है।
इसके अलावा पता चला है कि समूह ने 45 करोड़ रुपये की आय के बारे में कोई ठीक-ठीक जानकारी नहीं दी है। समूह के कुछ हिस्सेदारों के पास संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में संपत्ति होने का भी पता चला है। उत्तर प्रदेश के इस समूह ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने की बात भी सामने आई है। नौ करोड़ से ज्यादा की नकदी और दो करोड़ रुपये से ज्यादा के आभूषण जब्त किए गए हैं।
