जामिया मस्जिद: देश में इन दिनों मंदिर-मस्जिद विवाद का मुद्दा लगातार तूल पकड़ रहा है। ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के बाद अब देश के दूसरे स्थलों को लेकर हिंदू संगठनों की आवाज उठ रही है। कर्नाटक के मांड्या में स्थित जामिया मस्जिद को लेकर हिंदू संगठनों ने बड़ी मांग की है।
दरअसल विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कर्नाटक के मांड्या जिले के श्रीरंगपट्टनम तालुके में बनी 18वीं सदी की जामिया मस्जिद के वास्तव में मंदिर होने का दावा करते हुए ज्ञानवापी की तरह सर्वे की मांग की है। हिंदू संगठन के वहां मस्जिद के बाहर पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ करने के आह्वान के बाद प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी और धारा 144 लागू कर दी।
विहिप का दावा है कि श्रीरंगपट्टनम टीपू सुल्तान की राजधानी हुआ करती थी और वहां भगवान हनुमान का आंजनेय मंदिर था। 18वीं सदी में टीपू सुल्तान ने उसे तुड़वाकर वहां जामिया मस्जिद बनवाई। विहिप ने वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर की तर्ज पर इसके सर्वे की मांग उठाई है। विहिप का दावा है कि जामिया मस्जिद के अंदर एक गणपति मंदिर, सरोवर और कुआं है। इसके बावजूद मस्जिद में मदरसा चल रहा है और नमाज भी पढ़ी जा रही है, जो गलत है। श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने कहा, सरकार को उन्हें रोकना चाहिए न कि हमें।
विहिप ने कहा, मस्जिद के एक किलोमीटर के दायरे में विहिप कार्यकर्ता जुटेंगे और हनुमान चालीसा का पाठ व पूजा करेंगे।इस घोषणा के बाद प्रशासन ने पूरे इलाके में किसी तरह के प्रदर्शन और जुलूस पर रोक लगा दी। जिला पुलिस के साथ कर्नाटक रिजर्व पुलिस बल को भी मोर्चे पर तैनात किया गया है। मस्जिद के पास सड़कों पर बैरिकेड लगाकर लोगों की आवाजाही रोकी जा रही है। शहर के बाहरी इलाकों में सुरक्षा चौकियां तैनात की गई हैं।
