महाराष्ट्र संकट : महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने उद्धव ठाकरे सरकार से बीते कुछ दिनों की उन फाइलों की जानकारी मांगी है, जिनमें आनन-फानन करोड़ों के विकास प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर के पत्र को संज्ञान में लेते हुए राज्यपाल ने यह कदम उठाया है। इधर, आज उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल की बैठक भी होनी है।
इधर शिंदे समेत अन्य बागी मंत्रियों के विभाग छीनने के बाद उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के बाद पत्रकारों से गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि कैबिनेट में किसी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। वहीं, शिवसेना नेता व मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि 29 जून को पुन: कैबिनेट की बैठक होगी। उन्होंने दावा किया कि सरकार में सब कुछ सामान्य है।
राज्यपाल के प्रधान सचिव संतोष कुमार ने उद्धव सरकार द्वारा लिए जा रहे फैसलों, जारी किए जा रहे शासनादेशों और सर्कुलर की जानकारी देने के लिए महाराष्ट्र के मुख्य सचिव मनु कुमार श्रीवास्तव को पत्र लिखा है। उनसे कहा गया है कि 22, 23 और 24 जून को पारित प्रस्तावों की विस्तृत जानकारी राजभवन भेजें। मुख्य सचिव ने अपने मातहतों को मांगी गई जानकारी जुटाने का आदेश दिया है। इन तीन दिनों में एनसीपी और कांग्रेस के मंत्रियों से संबंधित विभागों में करोड़ों रुपये की मंजूरी के साथ करीब दो सौ शासनादेश जारी किए गए हैं।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक बार फिर बागी विधायकों को धमकी दी है। अलीबाग में एक रैली में उन्होंने कहा, गद्दारों को सड़क पर नहीं निकलना चाहिए। उन्होंने कहा, एकनाथ शिंदे का समर्थन कर रहे बागी विधायक कह रहे हैं कि बाला साहब ठाकरे के हिंदुत्व की रक्षा के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है। इन बागियों में से 22 एनसीपी से आए हैं।
