मंकीपॉक्स: दुनिया के कई देशों में फैले मंकीपॉक्स संक्रमण को लेकर भारत में बेहद सतर्कता बरती जा रही है l भारत में मंकीपॉक्स वायरस तेजी से पांव पसारने लगा है। देश में पहला मामला केरल में विदेश से आया एक शख्स मे पाया गया था।दक्षिणी राज्य केरल में एक और नया मामला सामने आने के बाद से सरकार की चिंता बढ़ गई है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि मलप्पुरम में एक और 30 वर्षीय व्यक्ति में संक्रमण पाया गया है जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति 27 जुलाई को कालीकट हवाई अड्डे पर पहुंचा था और लक्षण पाए जाने के बाद उसे आइसोलेट कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि मरीज की स्वास्थ्य स्थिति फिलहाल स्थिर है। उसके माता-पिता सहित उसके निकट संपर्क में रहने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में मंकीपॉक्स का यह पांचवां मामला है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, मंकीपॉक्स के लक्षण 6 से 13 दिन के अंदर दिखाई देने लगते हैं। हालांकि कई बार 5 से 21 दिन का समय भी ले सकता है। संक्रमित होने पर अगले 5 दिन के अंदर बुखार, सिरदर्द, थकान और पीठ में दर्द जैसे लक्षण दिखते हैं। बुखार होने के तीन दिन के अंदर त्वचा पर दाने आने लगते हैं। मंकीपॉक्स भले कोरोना जैसे फैल रहा है लेकिन ये कोविड जितना घातक नहीं है। मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आएं तो घबराएं नहीं। लक्षणों से मंकीपॉक्स की स्थिति को समझते हुए इलाज कराएं।
शनिवार को केरल के त्रिशूर में एक 22 साल के व्यक्ति की मौत हो गई थी। मृतक में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए थे और वह हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा कर भारत लौटा था। युवक की रिपोर्ट संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में ही मंकीपॉक्स पॉजिटिव आई थी। हालांकि केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि युवक की मौत के कारणों की जांच की जाएगी।
