तंज: मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव के तहत पांच दिसंबर को मतदान होगा। इस चुनावी रण में सपा से मुलायम सिंह यादव की बहू और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव और भाजपा से उनके शिष्य रघुराज सिंह आमने-सामने हैं। इस बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मैनपुरी लोकसभा के उप चुनाव के बहाने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर फिर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि यहां से अखिलेश ने पत्नी डिंपल को मैदान में उतारा है। उन्हें जिताने के लिए वह गांव-गांव जाएंगे, पर उन्हें जीत नहीं मिलेगी। जिस तरह आजमगढ़ में यादव प्रत्याशी लड़ाने की वजह से वह हारे, उसी प्रकार से मैनपुरी में भी हारेंगे। उन्होंने तंज किया कि क्या मैनपुरी में सिर्फ यादव ही चुनाव लड़ेंगे।

ओमप्रकाश ने कहा कि मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में यादव के बाद सबसे अधिक शाक्य हैं, लेकिन सपा ने यहां कभी पाल, कश्यप, बिंद, मल्लाह, केवट आदि पिछड़ी जातियों को प्रत्याशी नहीं बनाया। सपा प्रमुख आजमगढ़ में यादव लड़ाने में लुट गए अब मैनपुरी की बारी है।

उन्होंने कहा कि कुछ टटोलने के बाद ही भाजपा ने शाक्य पर दांव लगाया होगा? कहा कि मैनपुरी में सुभासपा 2024 की तैयारियों का आकलन करने के लिए प्रत्याशी उतारा है, किसी को हराने या जिताने के लिए नहीं। अखिलेश और मायावती दोनों दलित और पिछड़ों के दुश्मन हैं।

आपको बता दें कि मैनपुरी को सपा का गढ़ कहा जाता है, 1996 से लेकर अब तक इस लोकसभा सीट पर सपा ही काबिज है।