महाराजगंज: महाराजगंज, ईरा न्यूज़ । उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा संचालित ऑनलाइन सरल संस्कृत भाषा शिक्षणकक्षा के अन्तर्गत दिनांक 19 जुलाई 2022 को रात्रि 8:00 बजे बौद्धिकसत्र का ऑनलाइन आयोजन
किया गया । मुख्यवक्ता सर्वश्री अखिलभारतीयशास्त्रसंरक्षण प्रकल्पप्रमुख डॉक्टर संजीव राय ने आधुनिक जीवन में भारतीय संस्कृति के महत्त्व और संस्कृतभाषा की उपादेयता बताते हुए कहा कि प्रत्येक भारतीय को संस्कृत भाषा को कैरियर के लिए ही नहीं बल्कि चरित्र निर्माण
के लिए भी सीखना चाहिए। यह संस्कृत भाषा भारतीयत्व का मूल है।
उन्होंने संस्कृत भाषा की विशेषताओं को भी प्रतिपादित किया और कहा कि हमें सरलसंस्कृतसंभाषण द्वारा संस्कृत व्याकरण में प्रवेश, संस्कृत व्याकरण द्वारा संस्कृत ग्रंथों में प्रवेश, संस्कृत ग्रंथों को पढ़कर भारतीय संस्कृति और ज्ञान-विज्ञान परंपरा को जानकर उसे अभ्यास तथा व्यवहार में लाकर उसी परंपरा का निर्वहन करना चाहिए । इसके लिए हम सभी को जागरुकता पूर्वक संस्कृत संभाषण
करना चाहिए।मानव हित में यदि कोई भाषा है तो वह है संस्कृत, ऐसे विचारों
को अपने जीवन में अंगीकृत करने वाले उत्तर प्रदेश संस्कृतसंस्थान के
अध्यक्ष डा. वाचस्पति मिश्र महोदय के सानिध्य व निर्देशन में इन ऑनलाइन संस्कृत कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। अध्यक्ष जी के नेतृत्व में
उत्तरप्रदेश संस्कृत संस्थान व संस्कृत भाषा प्रगति मार्ग पर निरन्तर अग्रसर है।
बौद्धिक सत्र के आयोजन के अवसर पर योजना समन्वयक धीरज मैठाणी की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षक रंजीत तिवारी ने किया । वैदिक मंगलाचरण
छात्र आशीष कुमार शुक्ला द्वारा किया गया। स्वागत गीत दिव्या गुप्ता जी ने किया। तथा कार्यक्रम के अतिथियों का परिचय उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के प्रशिक्षक आचार्य दिवाकर मणि त्रिपाठी ने कराया।
प्रशिक्षु श्रीमती जागृति सावे तथा अर्चना ने अपना अनुभव व्यक्त किया।
इस अवसर पर प्रशिक्षक अनिल गौतम विष्णु कुमार शिव प्रताप मिश्र नागेश दुबे समेत सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।
