प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विज्ञान भवन में आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सभी की अलग-अलग भूमिकाएं, अलग-अलग जिम्मेदारियां और काम करने के तरीके भी अलग-अलग हो सकते हैं। लेकिन हमारी आस्था, प्रेरणा और ऊर्जा का स्त्रोत एक ही है हमारा संविधान। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आज हमारी सामूहिक भावना संविधान दिवस पर इस आयोजन के रूप में व्यक्त हो रही है। हमारी संवैधानिक संकल्पों को मजबूत कर रही है। इस कार्य से जुड़े सभी लोग अभिनंदन के अधिकारी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के लिए जीने-मरने वाले लोगों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों के प्रकाश में और हजारों साल की भारत की महान परंपरा को संजोए हुए हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें संविधान दिया। सैकड़ों वर्षों की गुलामी ने भारत को अनेक मुसीबतों में झोंक दिया था। किसी युग में सोने की चिड़िया कहा जाने वाला भारत गरीबी, भुखमरी और बीमारी से जूझ रहा था। इस पुष्टभूमि में देश को आगे बढ़ाने में संविधान हमेशा हमारी मदद करता रहा है।
