यूरोप और एशिया के दो बड़े देश आमने-सामने हैं। दोनों के बीच की तल्खी किसी से छिपी नहीं है। दोनों देश एक-दूसरे पर मौका मिलते ही जुबानी हमले करने से गुरेज नहीं करते हैं। ये देश हैं अमेरिका और चीन जिनके बीच पहली बार वर्चुअल मीटिंग हुई। लेकिन इसके बावजूद भी दोनों के बीच की कड़वाहट कम नहीं हुई। अब अमेरिका चीन को अलग-थलग करने पर तुल गया है। जिसके लिए नया प्लान बनाया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘समिट फॉर डेमोक्रेसी’ में शामिल होने की संभावना है। भारत उन 100 से अधिक देशों में शामिल है, जिन्हें 9-10 दिसंबर को होने वाले वर्चुअल समिट के लिए आमंत्रित किया गया है। लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि अमेरिका ने ताइवान को ‘समिट फॉर डेमोक्रेसी’ के लिए आमंत्रित किया है। हालांकि, चीन आमंत्रितों की सूची में नहीं हैं।
