बबिता वर्मा
रायबरेली। किसानों को खाद की समस्या एक विकराल रूप ले रही है। एक साधन सहकारी समितियों के साथ ही शिवगढ़ शिवगढ़ संघ व खजुरों कृषि वानिकी समिति में डीएपी खाद उपलब्ध न होने के चलते खाद के लिए किसान दर- दर भटक रहे हैं। गौरतलब हो कि शिवगढ़ क्षेत्र में बैंती, शिवगढ़, बेड़ारु,कसना, रींवा,खजुरों,अछई सहित 7 साधन सहकारी समीतियां व एक शिवगढ़ संघ, एक खजुरों कृषि वानिकी समिति है। किन्तु आलम यह है कि कहीं भी डीएपी खाद उपलब्ध नही है। वर्तमान समय में समितियों में खाद का अकाल आ गया है। खाद के लिए किसान दर-दर भटक रहे हैं। गेहूं की फसल की बुवाई का समय आ जाने से किसान खाद के लिए परेशान हैं। जैसे ही किसानों को कहीं से पता चलता है कि साधन सहकारी समिति में डीएपी खाद आई है। किसान भारी संख्या में समिति पर पहुंच जाते हैं लेकिन वहां के सचिव द्वारा यह बताया जाता है कि खाद अभी नहीं आई है। विगत कई दिन से किसानों को इसी तरह समितियों के चक्कर लगाकर मायूस होकर वापस लौटना पड़ता है। बसन्तपुर सकतपुर निवासी कृषक गोविंद नारायण त्रिपाठी का कहना है कि कई दिन से समितियों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कही भी डीएपी खाद नहीं मिल रही है, जिसके कारण गेहूं की बुवाई में देरी हो रही है। गुमावा निवासी कृषक तुलसीराम का कहना है कि यदि समय से डीएपी खाद समितियों में नहीं पहुंची तो गेहूं की बुवाई में विलंब हो जाएगा। पिपरी निवासी किसान नंदकिशोर तिवारी का कहना है कि गेहूं की बुवाई शुरु हो गई है समितियों पर खाद नहीं है समितियों पर जल्द खाद उपलब्ध कराई जाए। वरना किसानों के खेतों की ओठ चली जाएगी।
क्या कहते हैं अधिकारी- सहायक विकास अधिकारी सहकारिता अभिषेक सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि जिले पर अभी डीएपी खाद नही साधन सहकारी समिति खजुरों में 290 बोरी एनपीके आई थी जो बट गई है।
जैसे ही जिले से खाद आएगी वैसे सभी साधन सहकारी समितियों व शिवगढ़ संघ पर डीएपी खाद उपलब्ध करा दी जाएगी।
