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राजस्थान: राजस्थान में ऐतिहासिक होगा बाल दिवस, पहली बार विधानसभा के अध्यक्ष बनेंगे बच्चे, 15 राज्यों के 200 बच्चे शामिल

राजस्थान: 14 नवंबर को बाल दिवस पर राजस्थान में इस बार कुछ ऐतिहासिक होने वाला है, 14 नवंबर को इस मौके पर राज्य में पहली बार विधानसभा के अध्यक्ष बच्चे होंगे। देश की स्वतंत्रता के 75 वें आजादी अमृत महोत्सव के तहत बच्चे सदन की कार्यवाही चलाएंगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मुख्य अतिथि के रूप में बाल सत्र को संबोधित करेंगे। बच्चों के विशेष सत्र में किसी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलेगा, तो कोई राज्यमंत्री रहेगा।

सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के विधायक भी बच्चे ही बनेंगे। कोई बच्चा विधानसभा अध्यक्ष बनेगा, तो कोई सीएम, नेता प्रतिपक्ष, उपनेता, मुख्य सचेतक,सचेतक बनेगा।  राजस्थान विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 200 है। इसलिए इसमें 15 राज्यों के 200 बच्चे भी चयनित किए गए हैं। विशेष बाल सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे हुई।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यह बाल सत्र पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी को मजबूती देगा। हम लोकतंत्र को लेकर बच्चों के मन की जिज्ञासाओं को भी समझ सकेंगे। सत्र में अलग-अलग रोल में शामिल बच्चे सरकार और उसकी वर्किंग समझेंगे। इस बाल सत्र में प्रश्नकाल और शून्यकाल भी होगा। बालसत्र के लिए 15 राज्यों के 5500 बच्चों ने ऑनलाइन अप्लाई किया था।इसमें से 200 बच्चों का चयन किया गया।

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