टकराव के हालात: भारतीय किसान यूनियन की मासिक पंचायत में भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि भाजपा वालों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक चुकी है। यह सरकार पांच सितंबर की मुजफ्फरनगर की महापंचायत से बौखलाई हुई है, इसलिए यह सरकार गांवों-गांवों में जाकर आपस में किसानों को लड़ाना चाहती है, जिसका परिणाम यह हुआ कि सिसौली में विधायक को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा।
सिसौली किसानों की एतिहासिक धरती है, जिस पर सारी दुनिया की निगाह है। कोई इसकी फिजा खराब करने की कोशिश करेगा, तो बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि पांच सितंबर को होने वाली महापंचायत ऐतिहासिक होगी। पंचायत को सफल बनाने के लिए सभी अपनी जिम्मेदारी समझे। मुजफ्फरनगर से हर गांव से भंडारा होगा। भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने किसानों से पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत को सफल बनाने का आह्वान किया।
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सिसौली के किसान भवन में मासिक पंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि शनिवार को सिसौली में हुई घटना में विधायक उमेश मलिक दोषी हैं। जब हमने आंदोलन के चलते भाजपा वालों को क्षेत्र में किसी भी सभा के लिए मना किया था, फिर भी विधायक ने जिले की फिजा बिगाड़ने के लिए सिसौली को ही चुना। गुलाम मोहम्मद जौला हमारी शान हैं। सरदार वीएम सिंह किसान हित की बात करते हैं, उन्हें धोखे से सिसौली बुलाया गया।
टिकैत ने कहा कि जिसने मुकदमा लिखवाया है, उस परिवार पर बहुत बड़ा एहसान किया हुआ है, या तो अपना मुकदमा इज्जत सहित वापस ले लें, एक भी गिरफ्तारी नहीं होने देंगे। मंत्री संजीव बालियान को हम खाप मुखिया के नाते आदेश देते हैं सलाह नहीं। इस मामले को जल्दी से जल्दी निपटा दें, नहीं तो शहर में पैर नहीं रखने देंगे। सम्मान करते हैं वोट भी दे रखी है। चेतावनी देते हुए कहा कि अपने पैरों पर चले उड़े नहीं।
जो लोग सिसौली में दुखी है उन्हें यहां रहने का कोई हक नहीं है। गांव में हमें सब के बारे में जानकारी है। 10-15 आदमी लगाम लगा कर रखे हैं, यह लोग नाश कर देंगे। जिस तरह का सहयोग चाहता है वही मिलेगा, नहीं तो खींच कर किसान भवन में ले आओ हम अपने आप देख लेंगे।