रूस व यूक्रेन: रूस और यूक्रेन के बीच टकराव चरम पर है। पूरी दुनिया की निगाहें इस संकट पर टिकी हुई हैं। इसके दूरगामी परिणाम होंगे। पारंपरिक व रणनीतिक सैन्य ताकत के लिहाज से भले ही रूस का पलड़ा भारी हो, लेकिन तीन माह से ज्यादा खिंच चुके इस युद्ध में अब तक यूक्रेन उसे कड़ी चुनौती देता आया है। यूक्रेनी व पश्चिमी आकलनों के मुताबिक, रूस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
बौखलाहट में अब रूस महाविनाश के हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है। शनिवार को ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूसी सेना भारी तबाही मचाने वाले घातक हथियारों का इस्तेमाल बढ़ाने की योजना बना रही है। ब्रिटिश दावे के मुताबिक, रूसी बमवर्षक विमान यूक्रेन में केएच-22 मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये मिसाइलें परमाणु हमले में भी सक्षम हैं। इनका पहली बार 1960 के दशक में इस्तेमाल किया गया था।
रूस ने इन मिसाइलों को विमान वाहक युद्धपोतों को नष्ट करने के लिए बनाया था। 5.5 टन वजन वाली मिसाइलों का जमीनी हमलों में इस्तेमाल भयानक साबित हो रहा है। जहां भी इन मिसाइलों से हमला किया जा रहा है, वहां सब कुछ धूल में मिल रहा है। रूस इन मिसाइलों से हमले बढ़ाता है तो यूक्रेन महाविनाश के दौर में चला जाएगा। ब्रिटिश दावे के मुताबिक, यूक्रेन के दोनबास पर कब्जा करने के लिए रूस के-22 मिसाइलों के साथ और भी घातक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।
