-पवित्र संगम जल का वितरण, आस्था से जुड़ने का सुनहरा अवसर
-मुख्यमंत्री की पहल– अब हर श्रद्धालु को मिलेगा महाकुंभ का पुण्य लाभ
-पुलिस अधीक्षक ने जल वितरण कार्यक्रम की पूरी समीक्षा की।
महराजगंज: प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ 2025 में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु संगम स्नान के लिए पहुंचे थे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महाकुंभ में संगम के पवित्र जल में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और व्यक्ति के समस्त पाप समाप्त हो जाते हैं। हालांकि, कई श्रद्धालु विभिन्न कारणों से इस महायोजन में शामिल नहीं हो सके। ऐसे श्रद्धालुओं को संगम का पवित्र जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप तथा पुलिस विभाग एवं अग्निशमन व आपात सेवा विभाग, लखनऊ के निर्देशानुसार, जनपद महाराजगंज पुलिस द्वारा एक विशेष जल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के तहत 07 मार्च 2025 को पुलिस लाइन महाराजगंज में आम जनता और पुलिस परिवारों को प्रयागराज संगम से विशेष रूप से लाया गया पवित्र जल वितरित किया जाएगा। यह जल अग्निशमन विभाग के एक फायर टेंडर के माध्यम से संगम स्थल से लाया गया है, जिसकी कुल मात्रा करीब 2000 लीटर होगी। श्रद्धालु जो इस पवित्र जल को प्राप्त करना चाहते हैं, वे दोपहर 12:00 बजे पुलिस लाइन, महाराजगंज में उपस्थित होकर इसे प्राप्त कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए पुलिस अधीक्षक महाराजगंज सोमेंद्र मीणा के निर्देशन में व्यापक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गई हैं। कार्यक्रम स्थल पर जल वितरण के दौरान कोई असुविधा न हो, इसके लिए पुलिस बल एवं अग्निशमन विभाग के कर्मी पूरी तरह से मुस्तैद रहेंगे। साथ ही, श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जल वितरण स्थल पर विशेष प्रबंध किए गए हैं, जिससे सुचारू रूप से सभी को पवित्र जल प्राप्त हो सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की इस अनूठी पहल से उन श्रद्धालुओं को भी महाकुंभ का पुण्य लाभ प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जो किसी कारणवश प्रयागराज नहीं जा सके। पुलिस विभाग एवं अग्निशमन विभाग द्वारा किए जा रहे इस विशेष प्रयास को लेकर आमजन में भी उत्साह देखने को मिल रहा है। महाराजगंज पुलिस इस कार्यक्रम को पूर्ण निष्ठा एवं कर्तव्यभाव के साथ संपन्न कराने के लिए तत्पर है, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालु इस धार्मिक लाभ को प्राप्त कर सकें।

