अयोध्या: अयोध्या में तपस्वी छावनी के संत परमहंस ने एक बार फिर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की मांग उठाई है। इसके लिए भारत काे जल्द से जल्द हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने को लेकर अयोध्या में तपस्वी छावनी के महंत परमहंसाचार्य ने अपने खून से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है, उन्होंने चेतावनी दी है कि 7 नवंबर 2023 के पहले हिंदू राष्ट्र की स्थापना नहीं होती है तो अन्न जल त्याग कर आमरण अनशन करेंगे। इस दौरान देश भर के करोड़ों लोग भी हमारी इस मुहिम में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि सभी हिंदुओं से अपील है कि प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर हिंदू राष्ट्र की आवाज को बुलंद करें।
परमहंसाचार्य ने कहा कि दो जब देश का बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ। पाकिस्तान-बांग्लादेश मुसलमानों काे दिया गया। जाे इस्लामिक राष्ट्र बन चुका है। इसलिए बंटवारे से बचा हुआ जाे भारत है। वह हिंदू राष्ट्र घोषित हाेना चाहिए। क्योंकि यदि भारत हिंदू राष्ट्र न बना ताे न ताे संविधान बचेगा, न ही माताओं-बहनाें का सम्मान और न ही अदालतें बचेंगी। सब कुछ खत्म हाे जायेगा। सिर्फ जिहाद व आतंकवाद रह जाएगा। इसलिए भारतीय संस्कृति की रक्षा और देश की एकता-अखंडता के लिए भारत काे हिंदू राष्ट्र घोषित करने के सिवा काेई दूसरा विकल्प नही है।
इससे पहले संत परमहंस ने अपनी मांग के समर्थन को मजबूती देने के लिए अयोध्या के संतों और हिंदू संगठनों की उन्होंने धर्म संसद भी बुलाई थी l तपस्वी छावनी में बुलाई गई इस बैठक में बड़ी संख्या में साधु संत और लोग उपस्थित हुए थे। इसी के साथ उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर 2023 के पहले भारत को हिंदू राष्ट्र नहीं घोषित किया गया तो वह अन्न जल त्याग करके आमरण अनशन करेंगे। बता दें कि इसके पहले भी तपस्वी छावनी के संत परमहंस 16 दिन तक आमरण अनशन पर बैठ चुके हैं। इसके बाद उन्होंने दोबारा हिंदू राष्ट्र के लिए जल समाधि लेने की घोषणा की थी लेकिन अयोध्या पुलिस प्रशासन की सक्रियता के चलते वह ऐसा कुछ नहीं कर पाए थे।
