वाराणसी: गंगा में राजघाट स्थित मालवीय ब्रिज के समानांतर बनने वाले सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण 2700 करोड़ की लागत से चार चरणों में कराया जाएगा। सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण जल्द शुरू होगा। सिग्नेचर ब्रिज के दो लेयर होंगे। ऊपर सड़क होगी। वहीं नीचे रेलवे ट्रैक बनेगा। ब्रिज के निर्माण से हाबड़ा-नई दिल्ली और मुंबई रूट पर ट्रेनों की संख्या भी बढ़ जाएगी।
सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू होने से पहले दो समितियां बनेंगी। एक ट्रैफिक प्लानिंग के लिए और दूसरी यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए बनेगी। सिग्नेचर ब्रिज और कैंट व काशी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के मद्देनजर कमिश्नर कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि जल्द ही सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण शुरु होगा। उससे पहले शहर में डायवर्जन लागू किया जाएगा। इसके लिए कमिश्नर ने यातायात विभाग को रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। ताकि निर्माण कार्य के दौरान आमजन को कोई दिक्कत न हो।
पुल निर्माण में लंबा वक्त भी लगेगा और इतने दिनों तक डायवर्जन सफल रहे, इस पर अफसरों को गहनता से विचार कर रिपोर्ट तैयार करनी होगी। अगले सप्ताह सभी विभागों के अफसर स्थलीय निरीक्षण करेंगे। इसके बाद आगे का काम शुरु होगा।
कमिश्नर ने बताया कि सिग्नचेर ब्रिज के निर्माण के दौरान वृहद रूट डायवर्जन भी करना होगा। वाराणसी से मुगलसराय जाने वाले वाहनों को बीएचयू, सामने घाट पुल से गुजारना होगा और उधर से आने वाले वाहनों को भी इसी रूट पर लाना होगा। इससे सामने घाट समेत बीएचयू लंका गेट पर भी यातायात काफी बढ़ जाएगा। इसलिए अफसरों को गहनता से विचार कर रिपोर्ट तैयार करनी होगी।
