एक ओर जहां पूरी दुनिया में अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान की निन्दा की जा रही है। तो वहीं दूसरी ओर भारत में तालिबान को लेकर लगातार राजनैतिक बयानबाजी होती जा रही हैं। जैसा कि तालिबान ने अफगानिस्तान की सीमा पर कब्जा कर लिया है। इसी बीच मीडिया से बात करते हुए प्रसिद्ध कवि मुनव्वर राणा ने कहा कि तालिबान ने सही किया है, उनकी जमीन पर किसी भी तरह से कब्जा किया जा सकता है। इतना ही नहीं यह पूछे जाने पर कि क्या तालिबान इस क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है, इसका उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि इसे बहुत आगे जाना है, इसे हिंदुस्तानी नहीं माना जा सकता।
इसे एक हिंदुस्तानी के रूप में माना जाना चाहिए जो अंग्रेजों की गुलामी में था, जिसने आजाद कराया। तो उन्होंने भी अपने देश को आजाद कर लिया है, तो क्या दिक्कत है? इसके बाद वो यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि तालिबान के रवैये को आतंकवादी नहीं कहा जा सकता। हां, उन्हें आक्रामक कहा जा सकता है। अगर तालिबान अपने देश के लिए लड़ रहे हैं, तो आप उन्हें आतंकवादी कैसे कह सकते हैं? जो अमेरिका और अशरफ गनी के साथ राख कर रहे थे, वे भाग रहे हैं। हालांकि इस समय भारत में कई ऐसे लोग हैं जो तालिबान का समर्थन कर रहे हैं।