Uttar Pradesh

नहीं साथ थे उत्तर प्रदेश चुनाव की सांसद बैठक में दो चर्चित चेहरे

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाने को लेकर दिल्ली में गुरुवार को हुई भाजपा सांसदों की अहम बैठक में अभिनेत्री और मथुरा से सांसद हेमा मालिनी और गोरखपुर से सांसद और अभिनेता रवि किशन गुरुवार रात को उत्तर प्रदेश के सांसदों की बैठक में अनुपस्थित थे। इन दोनों नेताओं की गैरहाजिर होने की कोई पूर्व सूचना भी नहीं थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी विदेश दौरे पर होने की पूर्व सूचना देकर बैठक में नहीं आ सके। बैठक के दौरान सांसदों से छिटक कर बैठीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से सांसद मेनका गांधी को लेकर भी चर्चा चली। राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को मेनका को आगे आने के लिए मनाना पड़ा।

उत्तर प्रदेश चुनावों को लेकर गुरुवार को पार्टी के अवध, काशी और गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र व राज्यसभा के सांसदों की बैठक दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में हुई। एक घंटे चली इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा समेत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संगठन महामंत्री सुनील बंसल, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी मौजूद थे।

बैठक में शामिल हुए एक सांसद ने नाम न छापने के अनुरोध पर अमर उजाला से कहा, बैठक में शामिल होने आए लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों की हाजिरी संगठन महामंत्री सुनील बंसल जांच रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सांसद रवि किशन और हेमा मालिनी के बैठक में नहीं होने की बात अन्य लोगों से पूछी तब उन्हें जानकारी दी गई कि रवि किशन फ़िल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं और हेमा मालिनी निजी करणों से बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगी। इसके बाद जैसे ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा पहुंचे तो उन्होनें भी सांसदों की हाजिरी चेक की। संसद सत्र के दौरान हुई इस अहम बैठक से नदारद होने पर नड्डा ने नाराजगी भी व्यक्त की।

सांसद ने बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मेनका गांधी बैठक कक्ष के कोने में अकेले एक राउंड टेबल पर बैठी हुई थीं। जब जे.पी. नड्डा मंच पर बैठे तो उन्होंने राज्यसभा सांसद अरुण सिंह को बुलाकर कहा कि वे एक तरफ अकेले क्यों बैठी हैं। इसके बाद अरुण सिंह ने ये बात संगठन महामंत्री सुनील बंसल से कही। बंसल ने उनके पास जाकर दूसरी टेबल पर बैठने का निवेदन किया। इसके बाद दोनों नेता पूरी बैठक में एक साथ बैठे। बैठक में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडेय, हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा, कौशल किशोर, पंकज चौधरी समेत सभी वरिष्ठ सांसद शामिल हुए थे।

बुधवार को भी राज्य के ब्रज, पश्चिम और कानपुर क्षेत्र के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की बैठक हुई थी। इसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी सांसदों को मानसून सत्र के बाद अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में ‘आशीर्वाद यात्रा’ निकालने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा था कि इस यात्रा के दौरान संसदीय क्षेत्र का एक भी गांव नहीं छूटना चाहिए। यात्रा के दौरान सांसद खुली जीप में घूमें, टीकाकरण अभियान और कोरोना काल में शुरू की गई योजनाओं की एक-एक गांव में निगरानी करें। सभी सांसद यह भी पता करें कि जरूरतमंदों को योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top