लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी के पंचायतीराज सभागार और इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुए भाजपा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में कहा कि अगर 2 नवंबर 1990 को प्रदेश में भाजपा की सरकार होती तो अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलाने का दुस्साहस कोई नहीं करता। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमें याद रखना होगा कि जो राम के नहीं हो सकते वे हमारे किसी काम के नहीं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों ने प्रदेश में जातिवाद, परिवारवाद को बढ़ावा देकर दंगों की आग में झोंका था। लेकिन भाजपा सरकार ने साढ़े चार वर्ष में प्रदेश को भय, अपराध और दंगामुक्त कर देश में यूपी के प्रति नई धारणा स्थापित की है।
उन्होंने कहा कि यह देखना होगा कि शांति और सौहार्द के दुश्मन कौन हैं। जब भी उनके हाथ में सत्ता आएगी तो पेशेवर अपराधी और माफिया निर्दोष लोगों व व्यापारियों के जीवन पर खतरे की तरह मंडराएंगे। लेकिन बीते साढ़े चार साल में कोई माफिया खुलेआम नहीं घूम सकता है, किसी व्यापारी की संपत्ति पर कब्जा नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि पहले जो माफिया सत्ता के संरक्षण में तबाही मचाते थे आज उनकी खुद की तबाही हो रही है।
कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, भाजपा प्रदेश महामंत्री प्रियंका रावत, बृज बहादुर और ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप मुख्य रूप से शामिल थे।
