लोकसभा चुनाव: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। इन दोनों नेताओं को कांग्रेस का गढ़ माने जाने वालीं रायबरेली और अमेठी सीट का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
वहीं, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अमेठी लोकसभा सीट पर व छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रायबरेली सीट की जिम्मेदारी देते हुए पर्यवेक्षक तैनात किया है।
लंबे समय तक चली रस्साकशी के बाद अंतिम दिन रायबरेली सीट से राहुल गांधी और अमेठी सीट पर गांधी परिवार के करीबी रहे किशोरी लाल शर्मा मैदान में उतारे गए हैं। नामांकन के वक्त सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी भी राहुल के नामांकन में शामिल होकर एकजुटता का संदेश दिया।
रायबरेली सीट से इस बार राहुल गांधी मैदान में उतरे हैं, उनका मुकाबला बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह से है। जबकि अमेठी सीट से कांग्रेस ने गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया है। उनका मुकाबला केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से होगा, जिन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को चुनाव में हराया था।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी अमेठी और रायबरेली की सीट हर हाल में अपने पास बनाए रखना चाहती है। अब इन दोनों सीटों की कमान प्रियंका गांधी को सौंपी गई है। दोनों ही सीटों पर प्रियंका गांधी अपनी 40 सदस्यीय टीम के साथ काम पर लगी हुई हैं। इसके तहत वह घर-घर में दस्तक देंगी और नुक्कड़ सभाएं करेंगी। यह टीम प्रियंका के चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार कर रही।
