यूपी चुनाव रिजल्ट: यूपी विधानसभा चुनाव में सपा से गठबंधन के बाद सुभासपा 18 सीटों पर ताल ठोक रही थी। सपा-सुभासपा गठबंधन का परिणाम यह रहा कि आजमगढ़ और गाजीपुर में भाजपा का खाता ही नहीं खुला। पिछली बार भाजपा को मिली जीत में अपना योगदान बताने वाले सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर अपनी सीट को बचा ले गए लेकिन बेटे की हार नहीं बचा सके। अब पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के छह प्रत्याशी विधानसभा जाएंगे।
वाराणसी की शिवपुर सीट से सुभासपा प्रत्याशी अरविंद राजभर को मंत्री अनिल राजभर ने बड़े अंतर से मात दी। हालांकि ओमप्रकाश राजभर को पिछले चुनाव के मुकाबले फायदा ही हुआ है। पिछली बार उनकी पार्टी ने चार सीटें जीती थीं। इस बार छह सीटों पर जीत हासिल की है। इन जिलों के सुभासपा को गाजीपुर ( जहूराबाद और जखनिया) में दो, बलिया (बेल्थरारोड ) में एक, मऊ (सदर) में एक, जौनपुर (जफराबाद) में एक और बस्ती (महादेवा) सीट पर सुभासपा के प्रत्याशी सिरमौर बने।
सपा-सुभासपा गठबंधन का परिणाम यह रहा कि आजमगढ़ और गाजीपुर में भाजपा का खाता ही नहीं खुला। मऊ जिले में एक सीट पर कमल खिला और तीन सीट पर सपा-सुभासपा गठबंधन को सफलता मिली। जौनपुर में सपा-सुभासपा गठबंधन पांच और बलिया जिले में तीन विधानसभा सीट जीतने में सफल रहा। इसके साथ ही पिछली बार की तुलना में इस बार सुभासपा के विधायकों की संख्या चार से बढ़कर छह हो गई।
सपा-सुभासपा गठबंधन को मिली हार के सवाल पर राजभर ने कहा कि जहां-जहां हम काम करते हैं, वहां-वहां गठबंधन ने भारी जीत हासिल की है। उन्होंने पूर्वांचल के जिलों का नाम गिनाते हुए कहा कि गाजीपुर में सभी सीटें जीत ली है। आजमगढ़, अंबेडकरनगर, बस्ती, बलिया, मऊ जैसे जिलों में हम काफी सफल हुए हैं। हम जहां फेल हुए, वहां की समीक्षा करेंगे और पता करेंगे।
