यूपी चुनाव रिजल्ट: यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में भाजपा गठबंधन ने न सिर्फ 273 सीटें जीतीं, बल्कि ऐतिहासिक जीत के साथ लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज हाने का रिकॉर्ड भी रच दिया। सपा-रालोद गठबंधन को सीटें भले 125 मिलीं। यूपी में बसपा ने एकमात्र बलिया की रसड़ा विधानसभा सीट जीतने में सफलता पाई है। यहां से बसपा के टिकट पर उमाशंकर सिंह ने तीसरी बार जीत हासिल की है।
हालांकि यह जीत भी कड़े संघर्ष में 6585 मतों से मिली है। ऐसे तो बसपा के लिए रसड़ा विधानसभा सीट पुरानी है। इस सीट से कई बार घूरा राम चुनाव जीते। हालांकि तब यह सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित थी। वर्ष 2012 में परिसीमन बदलने के बाद यह सीट सामान्य हो गई और विधानसभा चुनाव में पहली बार उमाशंकर सिंह ने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और सपा के सनातन पांडेय को करीब 52 हजार मतों से हराया।
इसके बाद 2017 के चुनाव में जब भाजपा की लहर चल रही थी, तब भी बसपा के उमाशंकर सिंह ने भाजपा प्रत्याशी रामइकबाल सिंह को 33 हजार मतों से हराया। हालांकि इस बार चुनाव जीतने के लिए उमाशंकर को कड़ी टक्कर का सामना करना और 5194 मतों से सुभासपा प्रत्याशी महेंद्र चौहान को पराजित किया।
वर्ष 2007 में बसपा ने छह सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि उस समय जिले में विधानसभा की आठ सीटें थीं। इसके बाद वर्ष 2012 में परिसीमन बदलने से जिले में सात विधानसभा सीटें हो गईं। इस वर्ष में केवल उमाशंकर ही जीते और वर्ष 2017 में यही केवल जीत दर्ज कर सके और इस चुनाव में तो प्रदेश में इकलौता जीत हासिल की है। 1984 में बसपा का गठन हुआ था। तब से लेकर आजतक पार्टी ने कई बार उतार-चढ़ाव देखे लेकिन 2012, 2017 और अब 2022 में जिस तरह पार्टी का जनाधार घटता गया उससे पार्टी का सफर आसान नहीं है।
2012 में बसपा को 403 सीटों में से महज 80 सीटों पर जीत मिली। 2017 में बसपा 403 सीटों वाली विधानसभा में 19 सीटों के साथ तीसरा स्थान मिला था। 2022 विधानसभा चुनाव में बसपा को प्रदेश में मात्र सीट हासिल हुई है जो जिले की रसड़ा विधानसभा सीट है जहां से उमाशंकर सिंह ने हैट्रिक लगाई है।
