यूपी: उत्तर प्रदेश सरकार गोवंश को लेकर बेहद गंभीर है। पशुपालन दुग्ध एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि गोवंश को छुट्टा छोड़ने वाले लोगों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। वैक्सीनेशन के दौरान उनकी टैगिंग होगी ताकि उनकी पहचान हो सके।
मंत्री ने कहा कि सड़कों पर 300000 गोवंश घूम रहा है। दिसंबर 2022 तक इन सभी को गो आश्रय स्थलों पर भेज दिया जाएगा। इस समय 6222 गो आश्रय स्थलों में 8.55 लाख गोवंश हैं। 1.38 को भरण पोषण राशि देकर सुपुर्दगी में दिया गया है। कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसमें गो वंश की महत्ता है।
प्रदेश में चारे एवं भूसे की उपलब्धता बनी रहे इसके लिए कुल 3574 भूसा बैंक स्थापित किये जा चुके हैं जिनमें 3.26 लाख टन भूसा इकट्ठा किया गया है। पशु के उपचार को 1962 नंबर डायल करने पर पशुपालक के घर पर ही मोबाइल वेटनरी वैन पहुंचेगी।
उत्तर प्रदेश का देश में दुग्ध उत्पादन में प्रथम स्थान है और दुग्ध उत्पादन को और बढ़ाना सरकार का लक्ष्य है। पशुधन मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा प्रत्येक विकास खंड में 2000 से 3000 गोवंश संरक्षण की क्षमता के केंद्र बनेंगे। हम गाय का गोबर खरीदेंगे और पीपीपी मॉडल पर इन केंद्रों पर बायो गैस प्लांट लगाएंगे।
