अयोध्या: यूपी के अयोध्या राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर के अलावा अन्य परियोजनाओं का निर्माण कार्य भी चल रहा है। जिसके अन्तर्गत अयोध्या राम मंदिर परिसर के अंदर 700 मीटर लंबा आंतरिक कॉरिडोर बनाया जाएगा। इससे सप्त मंडपम और कुबेर टीला जाने का रास्ता सीधा हो जाएगा। इस कॉरिडोर के माध्यम से राममंदिर, सप्त मंडपम व कुबेर टीला को आपस में जोड़ा जाएगा, ताकि राममंदिर के श्रद्धालु इन स्थलों पर आसानी से पहुंचकर दर्शन कर सकें। यह आंतरिक कॉरिडोर 700 मीटर लंबा होगा। इसका निर्माण कार्य जल्द शुरू करने की तैयारी है।
राम जन्मभूमि परिसर में ऐतिहासिक कुबेर टीला विकसित किया गया है। यहां मौजूद हैं कुबेरेश्वर महादेव। इसके अलावा जटायु की भव्य प्रतिमा भी स्थापित की गई है। वहीं परिसर में सप्त मंडप का निर्माण कार्य भी चल रहा है। सप्त मंडपम में महर्षि वशिष्ठ, वाल्मिकी, वशिष्ठ, अगस्त्य, निषादराज और शबरी के मंदिर बनाने का काम भी शुरू हो गया है। इसके अलावा परकोटा में गणेश, सूर्य, हनुमान, माता भगवती, अन्नपूर्णा और शेषावतार के मंदिर भी बनाए जा रहे हैं।
राममंदिर के दर्शन के बाद श्रद्धालु इन मंदिरों तक पहुंच सकें इसलिए राम जन्मभूमि पथ से इन स्थलों को जोड़ने के लिए कॉरिडोर बनेगा। श्रद्धालु रामलला के दर्शन के बाद परकोटे से होकर कुबेर टीला, शेषावतार मंदिर समेत सप्त मंडपम मंदिरों का दर्शन करते हुए यात्री सुविधा केंद्र से बाहर निकल सकेंगे। दिसंबर के अंत तक मंदिर निर्माण सहित ये सभी काम पूरे हो जाएंगे। सप्त मंडपम के फाउंडेशन का काम पूरा हो चुका है। वहीं शेषावतार मंदिर का काम भी 30 फीसदी पूरा हो गया है।
