यूपी : योगी सरकार ने माफियाओं के खिलाफ फिर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है, इसी क्रम में माफिया मुख्तार अंसारी और उसके स्वजनों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बांदा जेल में बंद बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी की करोड़ों की संपत्तियां जल्द अटैच की जाएंगी। इसमें उसके व उसकी पत्नी अफ्शा अंसारी के नाम पर बनाई गई संपत्तियां शामिल हैं। उसके खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग केस की जांच में जुटी प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने इन संपत्तियों को चिह्नित किया है। इनमें लखनऊ स्थित एक फ्लैट और गाजीपुर समेत अन्य स्थानों पर स्थित जमीनें हैं।
पिछले साल ईडी ने मुख्तार के सात बैंक खाते भी चिह्नित किए थे। इसी दौरान माफिया अतीक अहमद के भी 12 खाते ईडी ने चिह्नित किए थे। सूत्रों का कहना है कि भाजपा विधायक की हत्या समेत कुल 49 मुकदमों के आरोपी मुख्तार का साम्राज्य पूर्वांचल के कई जिलों में फैला हुआ है। हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी मांगना, अपहरण समेत तमाम आरोप में उस पर मुकदमे दर्ज हैं।
वर्तमान में बांदा जेल में बंद मुख्तार पूर्व विधायक है। उस पर पिछले साल जुलाई में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद नवंबर में ईडी की टीम ने बांदा जेल में जाकर उससे पूछताछ करते हुए बयान भी दर्ज किया था। मऊ व लखनऊ जनपद में पूर्व में दर्ज तीन मुकदमों को आधार बनाते हुए ईडी ने उसके खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था। आपराधिक मुकदमों के साथ ही जमीनों की हेराफेरी, अवैध कब्जे व गबन आदि के आरोप से संबंधित मामले भी उस पर दर्ज हैं।
