Uttar Pradesh

कांग्रेस की स्वाभिमान यात्रा पर पुलिस बल का प्रयोग,नेताओ ने कहा सत्ता का है नशा

सन्दीप मिश्रा

उत्तर प्रदेश। लखनऊ में कांग्रेस की स्वाभिमान यात्रा को प्रदेश की पुलिस बल का सामना करना पड़ा। जिस पर आक्रोशित कांग्रेसी नेताओं ने जमकर प्रदर्शन किया । उन्होंने कहा कि देश के आजाद होने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा अपनी अंतरिम सरकार में बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर को कानून मंत्री बनाया गया। 29अगस्त 1947 देश को सुचारू रूप से चलाने के लिए पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा डा. अम्बेडकर को संविधान ड्राफ्रटिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया, जिसके फलस्वरूप देश के संविधान की रचना हुई, यह दलित समाज के लिए गर्व की बात थी, 29अगस्त को हर साल की तरह प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग बाबा साहब को कांग्रेस द्वारा दिये गये इस सम्मान के लिए अनुशासन का पालन करते हुए स्वाभिमान यात्रा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से जीपीओ पर बाबा साहब की मूर्ति पर मार्ल्यापण करने जा रहे थे। अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष आलेक प्रसाद एवं कार्यकारी अध्यक्ष मध्य जोन तनुज पुनिया अपने कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को सड़क पर ही पुलिस द्वारा बल पूर्वक रोका गया।

स्वाभिमान यात्रा संवैधानिक अधिकारों के तहत अनुशासन का पालन करते हुए निकाली जा रही थी, अलोकतांत्रिक तरीके से रोका जाना लोकतंत्र के मूल्यों का हनन है, जो आज योगी की पुलिस द्वारा किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अहंकार में चूर अपनी दमनकारी नीतियों के तहत इस प्रकार के कार्य कर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते है। जिससे उनका दलित विरोध चेहरा उजागर हो चुका है।

देश के हर नागरिक को बाबा साहब के सम्मान में मार्ल्यापण करने का अधिकार है चाहे वह देश का प्रथम नागरिक हो या देश का आम नागरिक। मगर येगी जी अपनी क्षदम और कुनीति के तहत संविधान में दिये गये अधिकारों का उलंघन कर संविधान पर लगातार प्रहार कर रहे है। यूपी की भाजपा सरकार बाबा साहब के प्रेम में आडम्बर और दिखावा कर पलक पावड़े विछाने को आतुर है और सिर्फ दलित समाज को वोट बैंक की खातिर लुभाने का कार्य कर रही है, परन्तु आज दलित समाज जागरूक हो गया है और जानता है सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही दलितों की हितैसी और दलितों के सम्मान में, तथा उनके अधिकारों को दिलाने के लिए सदन से सड़क तक लड़ाई लड़ रही है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में दलित समाज पर हो रहे उत्पीड़न, अत्याचार तथा महिलाओं पर लगातार हो रहे बलात्कार और हत्याओं पर मौन और शांत बैठें है।

संविधान निर्माता बाबा साहब को कांग्रेस द्वारा दिये गये सम्मान पर मार्ल्यापण करने जा रहे कांग्रेसजनों को रोकने के बजाय दलित समाज पर हो रहे अत्याचार, उत्पीड़न और बलात्कार और हत्याओं की घटनाओं को रोकने की आवश्यकता है। किसानों और बेरोजगारों पर बर्बरता पूर्वक लाठी बरसाना रोकें, आज भाजपा का चाल, चरित्र चेहरा उजागर हो चुका है, भाजपा की करनी और कथनी में अंतर है अब यह पूरी तरह दोहरी मानसिकता से ग्रस्त हो चुके है।

कार्यक्रम में प्रमुखरूप से सिद्धिश्री, सरलेश रावत, विषम सिंह, मुरली मनोहर, प्रदीप कन्नौजिया, सुशील बालमिकि, अनुराग बालमिकि, हरिओम कटेरिया, विजय बहादुर, सीमा भारती, रामशरन वर्मा, सुशीला सोनकर, सूरज पासी, रामपाल, नरेन्द्र गौतम, संतोष रावत, सोनू बुंदेला, विनित वर्धन आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top