Uttar Pradesh

उत्तर प्रदेश में हो सकते है सात चरणों में चुनाव, जाने तारीख

उत्तर प्रदेश में हो सकते है सात चरणों में चुनाव 4 फरवरी, 8 फरवरी, 11 फरवरी, 15 फरवरी, 19 फरवरी, 23 फरवरी व 28 फरवरी।

पहला चरण- 4 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 60)

नजीबाबाद, नगीना, बढ़ापुर, धामपुर, नहटौर, बिजनौर, चांदपुर, नूरपुर, कांठ, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद देहात, मुरादाबाद शहर, कुंदरकी, बिलारी, चंदौसी, असमौली, सम्भल, स्वार, चमरौआ, बिलासपुर, रामपुर, मिलक, धनौरा, नवगवान सदात, अमरोहा, हसनपुर, गुन्नौर, बिसौली, सहसवान, बिल्सी, बदायूं, शेखूपुर, दातागंज, बहेड़ी, मीरगंज, भोजीपुरा, नवाबगंज, फरीदपुर, बिठारी चैनपुर, बरेली, बरेली कैंट, आंवला, पीलीभीत, बरखेड़ा, पुरनपुर, बीसलपुर, कटरा, जलालाबाद, तिलहर, पुआयां, शाहजहांपुर, ददरौल, पलिया, निघासन, गोला, श्रीनगर, धौरहरा, लखीमपुर, कास्ता व मोहम्मदी।

दूसरा चरण-8 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 55)

महोली, सीतापुर, हरगांव, लहरपुर, बिसवां, सेवता, महमूदाबाद, सिधौली, मिश्रिख, कुर्सी, रामनगर, बाराबंकी, जैदपुर, दरियाबाद, रूदौली, हैदरगढ़, मिल्कीपुर, बीकापुर, अयोध्या, गोसाईगंज, कटेहरी, टांडा, अलापुर, जलालपुर, अकबरपुर, बलहा, नानपारा, मतेरा, महसी, बहराइच, पयागपुर, कैसरगंज, भिंगा, श्रावस्ती, तुलसीपुर, गैंसड़ी, उतरौला, बलरामपुर, मेहनौन, गोंडा, कटराबाजार, कर्नेलगंज, तरबगंज, मनकापुर, गौरा, शोहरतगढ़, कपिलवस्तु, बांसी, इटवा, ड़ुमरियागंज, हरैया, कप्तानगंज,रुधौली, बस्ती सदर व महादेवा।

तीसरा चरण-11 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 59)

मेंहदावल, खलीलाबाद, धनघटा, फरेंदा, नौतनवां, सिसवां, महाराजगंज, पनियारा, कैम्पियरंगज, पिपराइच, गोरखपुर शहर, गोरखपुर देहात, सहजनवां, खजनी, चौरी-चौरा, बांसगांव, चिल्लूपार, खड्डा, पडरौना, तमकुहीराज, फाजिलनगर, खुशीनगर, हाता, रामकोला, रुद्रपुर, देवरिया, पत्थरदेवा, रामपुर करखाना, भाटपुर रानी, सलेमपुर, बरहज, अतरौलिया, गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, आजमगढ़, निजामाबाद, फूलपुर पवाई, दीदारगंज, लालगंज, मेहनगर, मधुबन, घोसी, मुहम्मदाबाद गोहना, मऊ, बेल्थरा रोड, रसड़ा, सिकन्दरपुर, फफेना, बलिया नगर, बांसडीह, बैरिया, जखनिया, सैदपुर, गाजीपुर, जंगीपुर, जहूराबाद, मोहम्मदाबाद तथा जमनिया।

चौथा चरण-15 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 56)

जगदीशपुर [सुरक्षित], गौरीगंज, अमेठी, इसौली, सुल्तानपुर, सदर, लम्भुआ, कादीपुर [सुरक्षित], सिराथू, मंझनपुर [सुरक्षित], चायल, फाफामऊ, सोरांव [सुरक्षित], फूलपुर, प्रतापपुर, हंडिया, मेजा, करछना, इलाहाबाद पश्चिम, इलाहाबाद उत्तर, इलाहाबाद दक्षिण, बारा [सुरक्षित], कोरांव [सुरक्षित], बदलापुर, शाहगंज, जौनपुर, मल्हनी, मुंगरा बादशाहपुर, मछलीशहर [सुरक्षित], मड़ियाहूं, जफराबाद, केराकत [सुरक्षित], मुगलसराय, सकलडीहा, सैयदराजा, चकिया [सुरक्षित], पिंडरा, अजगरा [सुरक्षित], शिवपुर, रोहनिया, वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट, सेवापुरी, भदोही, ज्ञानपुर, औराई [सुरक्षित], छानबे [सुरक्षित], मिर्जापुर, मझवा, चुनार, मड़िहान, घोरावल, राबर्ट्सगंज, ओबरा तथा दुद्धी [सुरक्षित]

पांचवां चरण-19 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 56)

सवायजपुर, शाहाबाद, हरदोई, गोपामऊ [सुरक्षित], सांडी [सुरक्षित], बिलग्राम मल्लावां, बालामऊ [सुरक्षित], संडीला, बांगरमऊ, सफीपुर [सुरक्षित], मोहान [सुरक्षित], उन्नाव, भगवंतनगर, पुरवा, मलिहाबाद [सुरक्षित], बख्शी का तालाब, सरोजनी नगर, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ उत्तर, लखनऊ पूर्व, लखनऊ मध्य, लखनऊ कैंट, मोहनलालगंज [सुरक्षित], बछरावां [सुरक्षित], तिलोई, हरचंदपुर, रायबरेली, सलोन [सुरक्षित], सरैनी, उंचाहार, कायमगंज [सुरक्षित], अमृतपुर, फर्रुखाबाद, भोजपुर, छिबरामऊ, तिरवा, कन्नौज [सुरक्षित], तिंदवारी, बबेरू, नरैनी [सुरक्षित], बांदा, चित्रकूट, मानिकपुर, जहानाबाद, बिंदकी, फतेहपुर, अयाह शाह, हुसैनगंज, खागा [सुरक्षित], रामपुर खास, बाबागंज [सुरक्षित], कुंडा, विश्वनाथ गंज, प्रतापगढ़, पट्टी तथा रानीगंज

छठा चरण-23 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 49)

टुंडला [सुरक्षित], जसराना, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, सिरसागंज, कासगंज, अमांपुर, पटियाली, अलीगंज, एटा, मारहरा, जलेसर [सुरक्षित], मैनपुरी, भोगांव, किशनी [सुरक्षित], करहल, जसवंतनगर, इटावा, भरथना [सुरक्षित], बिधूना, दिबियापुर, औरैया [सुरक्षित], रसूलाबाद [सुरक्षित], अकबरपुर-रनिया, सिकंदरा, भोगनीपुर, बिल्हौर [सुरक्षित], बिठूर, कल्याणपुर, गोविंदनगर, सीसामऊ, आर्यनगर, किदवई नगर, कानपुर कैंट, महाराजपुर, घाटमपुर [सुरक्षित], माधौगढ़, कालपी, उरई [सुरक्षित], बबीना, झांसी नगर, मौरानीपुर, [सुरक्षित], गरौठा, ललितपुर, मेहरौनी [सुरक्षित], हमीरपुर, राठ [सुरक्षित], महोबा, चरखारी

सातवां चरण-28 फरवरी
(विधानसभा क्षेत्र 68)

बेहट, नकुड़, सहारनपुर नगर, सहारनपुर, देवबंद, रामपुर मनिहारन [सुरक्षित], गंगोह, कैराना, थाना भवन, शामली, बुधाना, चरथावल, पुरकाजी [सुरक्षित], मुजफ्फरनगर, खटौली, मीरापुर,

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उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

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