Uttar Pradesh

महराजगंज – घुघुली रेलवे स्टेशन पर ‘युवा हल्ला बोल की टीम’ ने की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा की मांग

सरकार भानु प्रताप तिवारी
©®IME रिपोर्टर/महराजगंज

महराजगंज/घुघली- आज जब दुनिया भर के लोग गांधी जी को याद कर रहे हैं और उनके विचारों को अपनाने का काम कर रहे हैं। ऐसे में गांधी जी के अपने देश में उनकी स्मृतियों को संजोना और उनके विचारों को आत्मसात करना हर भारतीय का कर्तव्य है। इस विचार के साथ आज युवा हल्ला बोल महाराजगंज की टीम ने घुघली रेलवे स्टेशन पर गांधी जयंती मनाया। युवा हल्ला बोल की टीम ने गांधी जी की एक बड़ा फोटो स्टेशन परिसर में लगाया जिसके नीचे ये लिखा हुआ है कि ” गांधी जी सिर्फ व्यक्ति नहीं एक विचार हैं, जिसको हम आगे ले जाएंगे” साथ ही एक अन्य फोटो लगाया जिसमें लिखा हुआ है कि ” 4 अक्टूबर 1929 को महात्मा गांधी इस घुघुली रेलवे स्टेशन पर आए थे।” इसके बाद टीम उस स्थान पर भी गई जहां 1929 में गांधी जी ने जनसभा किया था। उस समय वो सभा एक बरगद के पेड़ के नीचे हुई थी। बताया जाता है की गांधी जी उसी पेड़ के नीचे राष्ट्रभक्तों को संबोधित किए थे। इस अवसर पर युवा हल्ला बोल के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष और जिले के निवासी गोविन्द मिश्रा भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि महराजगंज से महात्मा गांधी का बहुत ही पुराना नाता है। गांधी जी अपने सविनय अवज्ञा आंदोलन से पहले 4 अक्टूबर 1929 को महराजगंज जिले के घुघुली रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। लेकिन सरकार और प्रशासन की उदासीनता के वजह से आज स्टेशन पर गांधीजी की एक प्रतिमा भी नहीं है। हम शासन से मांग करते हैं कि अगले 1 साल में यहां गांधी जी की एक प्रतिमा स्थापित की जाए यदि प्रशासन यह करने में असमर्थ रहता है तो युवा हल्ला बोल यहां पर गांधी जी की एक मूर्ति की स्थापना करेगा। गोविन्द मिश्रा ने कहा कि “गांधी जी से हमें सीखना चाहिए कि कैसे अपने विचारों को लेकर प्रतिबद्ध रहें। गांधी जी ने पूरे दुनिया को आंदोलन करना सिखाया। आंदोलन का मतलब ही गांधी है। गांधी जी का सत्याग्रह सबसे बड़ा माध्यम है अन्याय के खिलाफ लड़ने का।” युवा हल्ला बोल के जिला अध्यक्ष अशफाक खान ने कहा कि गांधीजी की स्मृतियों को एकत्रित कर उसको जिले भर के युवाओं तक ले जाने की जिम्मेदारी हमने उठाइए हमारा मानना है कि दुनिया की सबसे बड़ी फौज से लड़ने के लिए सबसे बड़ा हथियार सत्य और अहिंसा गांधी जी ने हमें दिया है। शांतिपूर्ण तरीके से अपने अधिकारों की लड़ाई का जो तरीका गांधी जी ने दीया उसे हम आज भी अपने हक की लड़ाई के लिए प्रयोग करते हैं। गांधी सिर्फ व्यक्ति नहीं वह एक विचार हैं जिसको हम आगे ले जाएंगे। इस अवसर पर घुघुली के उस परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे जिसके घर पर 1929 में महात्मा गांधी रात में रुके थे। उस समय के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी छत्रधारी लाल ने गांधी जी को अपने घर पर रहने की जगह दी थी।

प्रशासन द्वारा अगले साल तक गांधी प्रतिमा स्थापित न करने की दशा में संगठन घुघुली स्टेशन पर स्थापित करेगा गांधी जी की प्रतिमा: गोविन्द मिश्रा

गांधी जी की स्मृतियों और विचारों को जिले भर में प्रचारित करेगा ‘युवा हल्ला बोल’: अशफ़ाक खान

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