प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी सोमवार को कोविन ग्लोबल कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए अपने विचार साझा करेंगे। बता दें कि कल इस मौके पर भारत कोरोना से निपटने के लिए कोविन प्लेटफॉर्म को एक डिजिटल पब्लिक गुड के रूप में पेश करेगा। बता दें कि कनाडा, मैक्सिको, नाइजीरिया और पनामा सहित करीब 50 देशों ने अपने टीकाकरण अभियान के लिए कोविन जैसी प्रणाली में दिलचस्पी दिखायी है और भारत ‘ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर’ मुफ्त में साझा करने के लिए तैयार है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।इस कॉन्क्लेव में पेरू, मैक्सिको, डोमिनिक गणराज्य, वियतनाम, इराक, युगांडा, नाइजीरिया, पनामा, यूक्रेन, नाइजीरिया और संयुक्त अरब अमीरात जैसे कई देशों ने अपने स्वयं के कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम चलाने के लिए कोविन तकनीक के बारे में सीखने में रुचि व्यक्त की है।
आपको बता दें कि देश में 16 जनवरी से ही कोरोना का टीकाकरण अभियान के शुरू हो गया था। जिसके बाद, इसने कई नीतिगत परिवर्तनों और विकासों के बीच तेजी से विस्तार किया है। अपने तीसरे संस्करण के लॉन्च के बाद, मई की शुरुआत तक कोविन में 20 करोड़ से अधिक पंजीकरण किए गए। गौरतलब है कि 5 जुलाई को हो रहे इस ग्लोबल कॉन्क्लेव में दुनिया को बताया जाएगा कि यह सिस्टम कैसे काम करता है, इसे कैसे विकसित किया गया है। साथ ही हम इसका ओपन सोर्स वर्जन किसी भी देश के साथ शेयर करने के लिए तैयार किया जाएगा। कनाडा, मेक्सिको व अन्य देशों में कोविन के तकनीक की काफी मांग की जा रही है।