भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहली बार आयोजित हो रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच की शनिवार को शुरुआत हो गई है. मैच का पहला दिन पूरी तरह बारिश के नाम रहा था और तब मैच में टॉस तक नहीं हो पाया था. मैच के दूसरे दिन टॉस हुआ और खेल की शुरुआत हो गई. इस मैच में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है.
इस मैच के लिए भारतीय टीम ने जहां अपने तीन तेज गेंदबाज और दो स्पिनरों को मौका दिया है, वहीं न्यूजीलैंड की टीम ने अपनी टीम में खालिस 5 तेज गेंदबाजों को जगह दी है. उसके पास एजाज पटेल को खिलाने का मौका था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया और अपने बेहतरीन तेज गेंदबाजों को मौका दिया है.
भारत की टीम डब्ल्यूटीसी के फाइनल में रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के रूप में दो प्रमुख स्पिन गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरी है. ऐसा माना जा रहा था कि मौसम के मिजाज को देखते हुए भारत भी तीन की बजाए चार पेसर खिला सकता है. हालांकि, विराट कोहली ने अपने स्पिनर पर ही भरोसा दिखाया है. वहीं, केन विलियमसन की सोच कोहली से एकदम उल्ट नजर आ रही है. कीवी कप्तान ने चार स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज उतारे हैं. न्यूजीलैंड के नजरिए से अच्छी बात यह है कि टॉस उनके नाम रहा है और बोल्ट-साउदी की जोड़ी शुरुआत में भारतीय बल्लेबाजों की जमकर परीक्षा ले सकती है.