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बीसीसीआई ने समाप्त किया स्पिनर अंकित चव्हाण का प्रतिबंध, IPL में श्रीसंत के साथ स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने मुंबई के बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर अंकित चव्हाण के फिर से खेलने का रास्ता साफ कर दिया है। चव्हाण को 2013 में एस श्रीसंत के साथ आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग कांड में कथित संलिप्तता के लिए क्रिकेट से आजीवन प्रतिबंधित किया गया था। हालांकि, अब करीब 8 साल के बाद उनके खेलने का रास्ता साफ हुआ है, लेकिन आगे की राह अब भी कठिन है। बता दें कि 2013 में, चव्हाण को इंडियन प्रीमियर लीग के छठे संस्करण के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

अंकित चव्हाण को दिल्ली पुलिस ने अजीत चंदीला और श्रीसंत के साथ गिरफ्तार किया था। ये तीनों उस समय राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल रहे थे। सितंबर 2013 में, चव्हाण और श्रीसंत को बीसीसीआई की अनुशासन समिति द्वारा आजीवन क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया था। हालांकि, जुलाई 2015 में दिल्ली कोर्ट ने उन्हें क्लीन चिट दे दी और आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में उन्हें सभी आरोपों से मुक्त कर दिया।अंकित चव्हाण ने मुंबई के लिए अबतक 18 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। बता दें कि यह स्पिनर पिछले एक साल के बीसीसीआई से बैन को हटाने की अपील कर रहा था। आखिर में बीसीसीआई ने अंकित की अपील सुनकर उन्हें बड़ी राहत दी है। स्पिन गेंदबाज अंकित अब प्रोफेशनल क्रिकेट फिर से खेल सकते हैं। च्वहाण एक बार क्रिकेट के मैदान पर वापसी के लिए उत्सुक हैं।

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