चुनावी: सपा से जुड़े विभिन्न दल और प्रकोष्ठ यात्रा व सम्मेलन के जरिये जातीय गोलबंदी में जुटे हैं। पूर्वांचल में चौहान वोट बैंक के लिए जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट), मौर्य-कुशवाहा को लेकर महान दल, ब्राह्मण के लिए सपा का प्रबुद्ध प्रकोष्ठ मैदान में है। वहीं, शिक्षक व महिला सभा भी सम्मेलन शुरू करने जा रही है।
समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ की यात्रा के बाद पार्टी के सहयोगी दल भी यात्रा पर निकल रहे हैं। इसमें कोरोना काल की अव्यवस्था से लेकर महंगाई व किसानों के मुद्दे को उठाया जा रहा है, लेकिन असली मकसद सियासी नजरिये से जातीय गोलबंदी की है। पूर्वांचल के 10 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्र में चौहान बिरादरी (नोनिया) निर्णायक भूमिका में है। इन्हें गोलबंद करने के लिए जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. संजय सिंह चौहान भाजपा हटाओ, प्रदेश बचाओ जनवादी जनक्रांति यात्रा निकाल रहे हैं।
सपा का प्रबुद्ध प्रकोष्ठ भगवान परशुराम के जरिये ब्राह्मण को साधने में लगा है। पहले चरण में बलिया सहित पांच जिलों में प्रबुद्ध सम्मेलन हो चुके हैं। दूसरे चरण में 25 अगस्त से करीब 10 जिलों में सम्मेलन होगा। इसी तरह शिक्षक सभा पांच सितंबर से मंडलवार सम्मेलन शुरू करेगी। महिला सभा ने भी जिलेवार महिलाओं को गोलबंद करना शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत अवध क्षेत्र से हो रही है।
