वाराणसी: मत्स्य विभाग के उपनिदेशक एनएस रहमानी ने बताया कि गंगा में प्रदूषण को नियंत्रित करने और नदी का इको सिस्टम बरकरार रखने के लिए रिवर रैंचिंग के तहत प्रदेश के 12 जिलों में 15 लाख मछलियां छोड़ने की योजना है।
वाराणसी में गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए आठ अक्तूबर को अस्सी घाट से सवा लाख मछलियां गंगा में छोड़ी जाएंगी। जिसके लिए राष्ट्रीय मत्स्यिकी विकास बोर्ड हैदराबाद और मत्स्य विभाग की सहमति बन गई है। वाराणसी मंडल के गाजीपुर और वाराणसी जिले में ढाई लाख मछलियों को आठ अक्तूबर को छोड़ा जाएगा।
इसमें अस्सी घाट से सवा लाख (1.25) मछलियां छोड़ी जाएंगी। इसके लिए भारतीय मेजर कार्प की रोहू, कतला और नैन तीन प्रजाति की मछलियों के बच्चों को गाजीपुर के सैदपुर और बनारस के कृष्णदत्त गांव की हैचरी में तैयार किया गया है। जिनकी लंबाई 80 मीली मीटर तक हो गई है।
