प्रवर्तन निदेशालय ने एक बार फिर महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अनिल देशमुख को कथित रिश्वत के आरोप में पूछताछ के लिए 5 जुलाई को तलब किया है. एक हफ्ते में देशमुख को यह तीसरा समन है. जांच से जुड़े ईडी के एक सूत्र ने बताया कि वित्तीय जांच एजेंसी ने देशमुख को पांच जुलाई को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है. देशमुख इससे पहले मामले में ईडी के दो समन में शामिल नहीं हुए थे. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता देशमुख को मामले के जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए तीसरा नोटिस जारी किया गया है.
देशमुख से दक्षिण मुंबई में केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में अपना बयान सोमवार को दर्ज कराने को कहा गया है.बता दें कि मुंबई के बार और रेस्टॉरेंट से 100 करोड़ की वसूली प्रकरण में कुछ दिनों पहले ईडी ने उनके घर पर छापेमारी की थी. इसके बाद ईडी ने उन्हें समन भिजवाए थे. पिछले मंगलवार को उन्हें सुबह 11 बजे ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. लेकिन अनिल देशमुख ने प्रत्यक्ष रूप से हाजिर होने में अपनी असमर्थता जताई थी और आग्रह किया था कि उनका जवाब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लिया जाए. उन्होंने अपने वकील से यह पूछवाया था कि ईडी को जो डॉक्यूमेंट्स चाहिए, उनकी सूची भेजे.
पहले देशमुख ने 29 जून को भी प्रवर्तन निदेशालय के सामने हाजिर होने में असमर्थता जताई थी. तब उन्होंने इस कहा था कि उनकी उम्र 72 साल है और वह कई बीमारियों से ग्रसित हैं. उन्होंने कहा था कि अगर ED चाहे तो ऑडियो या वीडियो के माध्यम से बयान दर्ज कर सकती है. इस बीच देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे और पीए कुंदन शिंदे की ED कस्टडी 5 दिन बढ़ा दी गई है. खास बात है कि ED ने दोनों की हिरासत बढ़ाए जाने की मांग करते हुए अदालत को बताया था कि संजीव पलांडे ने खुलासा किया है कि कुछ आईपीएस अफसरों के तबादले में अनिल देशमुख की भूमिका रही है. इस संबंध में जिनके नाम आए हैं, उन अफसरों को भी बयान के लिए बुलाकर आमना-सामना करवाना है.