प्रतिबंधित: वाराणसी में गंगा नदी के किनारे 88 घाट हैं। अधिकांश घाट स्नान और पूजा समारोह घाट हैं, जबकि दो घाटों का उपयोग विशेष रूप से श्मशान स्थलों के रूप में किया जाता हैं। रोजाना यहाँ बहुत भीड़ लगती है, हर जाति धर्म के लोग यहाँ आते हैं l
वाराणसी के गंगा घाटों पर धार्मिक भेदभाव वाले पोस्टर चिपकाने वालों पर गाज गिर गई है। खबरों के अनुसार घाट पर पोस्टर चिपकाने वालों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। देर रात तक इसको लेकर चर्चाओं का दौर जारी रहा। शहर भर में विरोध के स्वर मुखर होने के बाद आनन-फानन में संगठन पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक में यह निर्णय लिया गया।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के पदाधिकारियों की बैठक में गंगा घाट पर पोस्टर चिपकाने वालों को उनके पद से हटा दिया गया है। विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने अस्सी से लेकर पंचगंगा घाट तक पोस्टर लगाए थे। पोस्टर में गंगा घाटों पर गैर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध की बात कही गई थी।
इस मामले में जब विहिप के पदाधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने पूरे मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। एक पदाधिकारी ने कहा कि बिना किसी कार्यक्रम के इस तरह का आयोजन अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। जिन लोगों ने यह हरकत की है वह अब संगठन का हिस्सा नहीं हैं।