रोजगार: हाल में संपन्न हुए पांच राज्यों के चुनाव में भी देखें तो रोजगार बड़ा मुद्दा था। मोदी सरकार पर महंगाई और रोजगार को लेकर विपक्ष जहां संसद से सड़क तक हमलावर है तो वहीं आम लोगों में भी इस बात को लेकर नाराजगी है। वर्तमान की वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए महंगाई को फिलहाल नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती है। तो दूसरी ओर रोजगार को लेकर युवा लगातार सरकार के खिलाफ हल्ला-बोल कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रालयों के सचिवों को केंद्र सरकार के विभागों में खाली पदों को भरने के लिए तुरंत कदम उठाने को कहा है। धानमंत्री ने दो अप्रैल को भी बैठक में निजी और सरकारी क्षेत्रों में रोजगार पर ध्यान देने को कहा। गौबा ने सभी सचिवों को पत्र लिख कर कहा है कि वह प्रधानमंत्री के सुझावों पर अमल के लिए तत्काल कदम उठाएं।
चार अप्रैल को लिखे पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया है कि छोटे-मोटे अपराधों और उल्लंघन के मामलों को नजर अंदाज करें। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी प्रावधानों की समीक्षा करने की जरूरत है। इस काम को समयबद्ध तरीके से करने को कहा गया है। पत्र में रोजगार को उच्च प्राथमिकता देने को कहा गया है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने निजी क्षेत्रों को विनिर्माण और रोजगार सृजन के लिए निजी क्षेत्रों को प्रोत्साहन देने के लिए कहा है।
