यूपी: यूपी में 2.0 योगी सरकार में अवैध और अनैतिक कार्यों के खिलाफ एक के बाद एक सख्त कदम उठाए जा रहे हैं l माफियाओं के खिलाफ बुलडोजर गरज रहा है l वहीं खाद्यान्न का लाभ उठा रहे अपात्र राशन कार्डधारकों पर अब शासन का शिकंजा कसता जा रहा है। बीते दिनों ही शासन ने निर्देशित किया था कि ऐसे राशन कार्डधारक जो अपात्र होते हुए भी राशन कार्डधारक के माध्यम से खाद्यान्न का लाभ उठा रहे हैं, वे अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दें। यदि ऐसा नहीं किया, तो जांच होने पर अपात्र पाए जाने पर रिकवरी की जाएगी।
यूपी सरकार की तरफ से कार्रवाई और रिकवरी के डर से अपात्र राशन कार्ड धारक अपने कार्ड सरेंडर कर रहे हैं। 24 मई तक कार्ड सरेंडर न करने वालों पर कार्रवाई होगी। प्रशासन की सख्ती व रिकवरी का भय, अब राशन कार्डधारकों पर साफ दिखने लगा है। अंदाजा इसी से लगा जा सकता है कि अब तक 6300 राशन कार्डधारक अपने राशन कार्ड को सरेंडर कर चुके हैं। इस बीच अपात्र राशन कार्डधारकों को एक और मौका देते हुए शासन ने सरेंडर की अंतिम तिथि बढ़ाकर 24 मई कर दी है। अब तक सरेंडर करने की अंतिम तिथि 19 मई थी।
राशन कार्ड सरेंडर करने को लेकर अपात्र राशन कार्डधारकों में आपाधापी का माहौल कितना अधिक है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सरेंडर करने के लिए संबंधित पूर्ति निरीक्षक कार्यालय पर भीड़ जुट रही है। शासन के निर्देश पर प्रशासन की द्वारा बरती जा रही सख्ती के चलते अपात्र राशन कार्डधारक अपने राशन कार्ड सरेंडर करने लगे हैं। अब तक छह हजार से अधिक राशन कार्डधारक अपने राशन कार्ड वापस कर चुके हैं।
