इग्नू: केंद्र सरकार द्वारा सेना भर्ती के लिए लाई गई योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर जहां देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है वहीं अब सेना और सरकार इसके फायदे गिनाने लगे हैं। अब अग्निपथ योजना के विरोध के बीच इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) ने तोहफा देते हुए कहा कि उनके द्वारा अग्निवीरों को तीन वर्षीय बीए और बीकॉम की डिग्री ऑफर की जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत अग्निवीरों के लिए इस डिग्री को विशेष रूप से डिजाइन किया जा रहा है।
डिग्री एनईपी के तहत बेशक डिजाइन होगी, लेकिन इसमें रिसर्च व ऑनर्स का विकल्प नहीं होगा। तीन वर्षीय स्नातक डिग्री प्रोग्राम कुल 120 क्रेडिट का होगा। इसमें 50 फीसदी क्रेडिट अग्निवीर की संबंधित सेना के प्रशिक्षण का रहेगा। मतलब, 60 क्रेडिट अग्निवीर की ट्रेनिंग से लेकर तीन साल की जॉब का हिस्सा होंगे। जबकि कोर्स की पढ़ाई व परीक्षा से उसे 60 क्रेडिट हासिल करने पड़ेंगे।
खास बात है कि पहले साल की पढ़ाई पूरी करने पर सर्टिफिकेट, दूसरे साल के बाद डिप्लोमा और तीसरा साल पूरा करने पर डिग्री मिलेगी। अग्निवीर को तीन साल की डिग्री पूरी करने के लिए छह साल का समय मिलेगा।
इग्नू के प्रो. वाइस चांसलर प्रो. श्रीकांत महापात्र ने बताया कि भारत सरकार द्वारा पिछले दिनों अग्निपथ योजना लांच की गई है। इसी के तहत थल, जल और वायु सेना में भर्ती होने वाले अग्निवीरों के लिए यह स्नातक डिग्री प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। यह स्नातक डिग्री प्रोग्राम ब्लेंडेड मोड यानी मिश्रित मोड से चलेगा। इसका अर्थ है ऑनलाइन मोड के तहत वे कहीं से भी ऑनलाइन क्लासेस में पढ़ाई कर सकेंगे।
