उभ्भा कांड: 17 जुलाई 2019 को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले का एक गुमनाम गांव उभ्भा उस समय पूरे देश में सुर्खियों में छा गया, जब एक सोसाइटी की जमीन पर कब्जे को लेकर हुए विवाद में दबंगों ने गोली मारकर 11 आदिवासियों की हत्या कर दी थी।  तथा वहीं दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे। गोलियों की तड़तड़ाहट पूरे देश में सुनाई दी थी।  उभ्भा कांड की दूसरी बरसी आज है। इसके चलते तीन किलोमीटर के क्षेत्रफल में बैरियर लगा कर पूरे गांव को सील कर दिया गया है।

आदर्श सोसायटी के नाम की इस जमीन पर कई पीढ़ियों से गोंड़ आदिवासी खेती करते थे। करीब 1100 बीघा विवादित जमीन में से करीब 120 बीघा जमीन की रजिस्ट्री मूर्तिया के तत्कालीन ग्राम प्रधान यज्ञदत्त सिंह भोरतिया ने सन 2017 में अपने परिजनों के नाम करा लिया था।
उभ्भा कांड में ग्राम प्रधान यज्ञदत्त सिंह भोरतिया पक्ष से कुल 70 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी। इनमें से आधे लोग रिहा हो चुके हैं।

उभ्भा कांड के बाद सबसे पहले 18 जुलाई को कांग्रेस विधानमंडल दल के तत्कालीन नेता अजय कुमार लल्लू उभ्भा पहुंचे। इसके बाद 23 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, तथा तमाम दिग्गज नेता उभ्भा गांव पहुंचे।

सरकार द्वारा प्रत्येक मृतकों के आश्रितों को विभिन्न मदों में 18.50 लाख रुपये, प्रत्येक घायलों को ढाई लाख रुपये, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा मृतक आश्रितों को 10 लाख रुपए व घायलों को एक एक लाख रुपए आर्थिक सहायता प्रदान की गई। समाजवादी पार्टी द्वारा मृतक आश्रितों को एक एक लाख रुपए व घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता प्रदान की गई।

उभ्भा कांड के बाद प्रदेश सरकार ने पीड़ितों को पर्याप्त आर्थिक मदद करते हुए गांव के विकास के लिए तमाम योजनाओं परियोजनाओं का पिटारा खोल दिया। गांव में करीब 850 बीघा सोसायटी की जमीन में से प्रत्येक परिवार को 10 – 10 बीघा जमीन का पट्टा, आवास, शौचालय, बिजली, पेयजल देने की घोषणा के साथ गांव के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा की गई।

उभ्भा कांड के बाद से शासन और जिला प्रशासन गांव में विकास कार्य कराने में जुटा है। इसी क्रम में आदिवासी के बच्चों के शिक्षा के लिए उभ्भा गांव मे विद्यालय खोलने की अनुमति दे दी गई है। करीब 47 करोड़ की लागत से विद्यालय भवन का निर्माण किया जाएगा।

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