यूपी विधानसभा का मॉनसून सत्र मंगलवार यानी आज से शुरू हो गया है लेकिन पांच दिनों वाला यह सत्र भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच खींचतान का गवाह बन सकता है। बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष के अनुमति से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा शोक संवेदना प्रकट की जा रही है। विधान परिषद में सपा ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। जिसके कारण विधान परिषद में हंगामे के बीच कार्रवाई स्थगित की गई।
बता दें कि विधानसभा के मानसून सत्र वैसे तो 17 अगस्त से लेकर 24 अगस्त तक प्रस्तावित है, जिसमें 17 अगस्त को पहले दिन निधन की सूचनाएं दी जाएंगी। क्योंकि कोरोना काल में कई विधायकों की जान चली गई, जिन्हें कल सदन में श्रद्धांजलि दी जाएगी। हालांकि यूपी को मानसून सत्र शुरू होने से पहले से विपक्ष ने महंगाई, बेरोजगारी और किसान बिल को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहा है। साथ ही तमाम मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की रणनीति बना चुका है।
इस बीच विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि सदन की कार्यवाही कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुनिश्चित की जाएगी। इसके बाद समाजवादी पार्टी कार्यालय में विधायकों की बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि ‘बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, बेलगाम ब्यूरोक्रेसी, फर्जी मुकदमे, आजम खान की रिहाई, महिला सुरक्षा, गन्ना किसानों का भुगतान और कोरोना काल में हुए मिस मैनेजमेंट को लेकर सदन में सभी विधायक अपना पुरजोर विरोध दर्ज कराए।
