आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में श्री रामलीला कमेटी के जिला मंत्री राजीव अग्रवाल ने बताया कि उत्तर भारत की ऐतिहासिक राम बरात और रामलीला मंचन के कार्यक्रम वर्ष 2020 में पहली बार कोरोना संक्रमण के कारण स्थगित करने पड़े थे। ऐसा मौका लगभग 140 साल बाद आया था, जबकि आयोजन नहीं किया जा सका।
लगातार दूसरी साल न जनकपुरी सजेगी और श्रीराम बरात निकलेगी। आगरा में उत्तर भारत के प्रसिद्ध रामलीला महोत्सव का आयोजन इस बार भी स्थगित कर दिया गया है। रामलीला कमेटी ने कोरोना संक्रमण की स्थित को देखते हुए यह फैसला जिला प्रशासन से मशविरा करने के बाद लिया। अब कमेटी प्रतीकात्मक रूप से रामलीला महोत्सव का आयोजन करेगी।
कोरोना संक्रमण कम होने के बाद रामलीला आयोजन करने के बारे में कमेटी की बैठक में विचार किया गया। इस बारे में कमेटी के अध्यक्ष मेयर नवीन जैन ने जिलाधिकारी से वार्ता के बाद बताया कि रामलीला महोत्सव में लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। अभी संक्रमण का खतरा खत्म नहीं हुआ है। इसके मद्देनजर आयोजन को इस साल भी स्थगित करने का निर्णय लिया गया।
रामलीला के प्रतीकात्मक मंचन के लिए मन: कामेश्वर मंदिर स्थित लाला चन्नोमल की बारहदरी में गणेश पूजन व मुकुट पूजन के आयोजन होंगे। इसके साथ ही 19 सितंबर से एक मास तक चलने वाला रामायण पाठ भी शुरू होगा। रविवार सायं पांच बजे से कार्यक्रमों की प्रतीकात्मक शुरुआत होगी।
