यूपी: अयोध्या में 22 जनवरी को आयोजित होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश ही नहीं, दुनियाभर से मेहमान पहुंचेंगे। इसके मद्देनजर उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन की ओर से स्पेशल ट्रेनें चलाकर आवाजाही को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद देशभर से करीब 500 आस्था स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए चारबाग व गोमतीनगर स्टेशन से अयोध्या के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजे गए हैं। बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही ट्रेनें पटरी पर उतर जाएंगी। प्राण प्रतिष्ठा से पहले चारबाग, लखनऊ जंक्शन समेत रूट के स्टेशन संवारे जाएंगे।
सिटी ट्रांसपोर्ट प्रशासन ने लखनऊ में चल रहीं 140 इलेक्ट्रिक बसों में से 50 को अयोध्या भेजने का पहले ही निर्णय ले लिया है। ये बसें 14 जनवरी से पहले अयोध्या भेज दी जाएंगी और वहां 25 जनवरी तक चलेंगी। वही यूपी रोडवेज की जनरथ बसें भी रामलला के दर्शन कराएंगी। रुहेलखंड बरेली, बदायूं और पीलीभीत डिपो से रोजाना एक-एक बस अयोध्या के लिए रवाना होगी। 25 जनवरी से यह सेवा शुरू होने की उम्मीद है। ट्रेनों में टिकटों की मारामारी को देखते हुए रोडवेज ने यह सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है।इससे पहले राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर रोडवेज की बसों में लगे पब्लिक एड्रेस सिस्टम में राम भजन बजाने के निर्देश दिए गए हैं। बरेली परिक्षेत्र की 117 बसों में राम भजन बजेंगे। बस अड्डे पर लगे एनाउंसमेंट सिस्टम पर भी राम भजन बजेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए परिवहन निगम द्वारा तैयार की गई कार्य योजना के अनुसार, सभी यात्री वाहनों और बस स्टेशनों में स्वच्छता सुनिश्चित की जाएगी। जबकि यात्रियों को प्रेरित करने के लिए बसों में स्थापित पब्लिक एड्रेस सिस्टम पर लोकप्रिय राम भजन बजाए जाएंगे। इस संबंध में प्रमुख सचिव परिवहन एवं परिवहन निगम के चेयरमैन एल. वेंकटेश्वर लू ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए परिवहन अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं। रोडवेज 23 जनवरी से अयोध्या के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग भी शुरू कर देगा। बरेली-अयोध्या के बीच 369 किमी की दूरी करीब नौ घंटे में तय होगी।
