मुलाकात: असम और मेघालय दोनों राज्यों के बीच जारी सीमा विवाद को सुलझाने का प्रस्ताव रखने के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बुधवार को कहा कि वे और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अमित साह से मुलाकात करेंगे और असम और मेघालय दोनों राज्यों के बीच जारी सीमा विवाद को सुलझाने का प्रस्ताव रखेंगे।
संगमा के इस एलान के बाद माना जा रहा है कि दोनों राज्य सीमा के छह इलाकों में सालों से चले आ रहे अपने विवाद को निपटाने पर सहमत हो गए हैं। संगमा ने कहा कि यह बैठक नई दिल्ली में गुरुवार शाम को होगी। मेघालय सीएम ने यह एलान अपने प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद किया। मेघालय सरकार ने विवाद सुलझाने के लिए तीन क्षेत्रीय कमेटियों का गठन किया था, जिसने हाल ही में अपनी रिपोर्ट सीएम संगमा को सौंपी।
मेघालय की तरह ही असम ने भी विवादित सीमा के मुद्दे को सुलझाने के लिए एक कमेटी का गठन किया था, जिसने प्रस्ताव आगे रखे हैं। अब दोनों ही राज्यों की ओर से सामने आए इन प्रस्तावों को केंद्रीय गृह मंत्रालय के सामने रखा जाएगा, जो कि आगे इस पर विचार करेगा और विवाद को सुलझाने में अंतिम भूमिका निभाएगा।
संगमा ने कहा, ‘‘असम के मुख्यमंत्री और मैं बृहस्पतिवार की शाम (छह बजे के बाद) दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री को रिपोर्ट सौंपेंगे। हम कम से कम एक साझा रिपोर्ट सौंपेंगे और तब मुझे लगता है कि भारत सरकार को कानून के मुताबिक आगे बढ़ना होगा।’’ उन्होंने कहा कि चर्चा के बाद गृह मंत्रालय एक निष्कर्ष को अंतिम रूप देगा। उन्होंने कहा कि सीमांकन, संसदीय प्रक्रिया के बाद किया जाएगा।
संगमा ने कहा, ‘‘भारतीय सर्वेक्षण विभाग को आना होगा और संयुक्त अवलोकन करना पड़ सकता है तथा विधेयक भी पारित करना होगा।’’ उन्होंने कहा कि दोनों राज्य सीमावर्ती इलाकों में गांवों पर सहमत हो गये हैं तथा नदियों और वनों सहित प्राकृतिक सीमाओं की पहचान कर ली गई है। मतभेद वाले छह स्थानों पर 36 गांव है जिनका कुल क्षेत्रफल 36.79 वर्ग किमी है। संगमा ने कहा कि सीमा विवाद 50 वर्षों से है और इसका हल करना मुश्किल कार्य है, लेकिन दोनों राज्यों की कोशिशों के चलते हम एक समाधान पर पहुंच गए हैं।
