यूपी: औषधि प्रशासन विभाग ने शुक्लागंज कस्बे के शक्ति नगर में छापा मारकर ब्रांडेड कंपनियों के नाम से खांसी का नकली सिरप बनाने के कारखाने का भंडाफोड़ किया। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने मौके से नकली सिरप, कच्चा माल, विभिन्न कंपनियों के रैपर और पैकिंग मशीन बरामद की।
कोतवाली प्रभारी अरविंद सिंह ने बताया कि देर रात सूचना मिली कि नकली दवाओं की खेप लेकर एक कार मरहला चौराहे की तरफ आ रही है। पुलिस ने घेराबंदी कर कार को रोका तो उसमें खांसी सिरप की सैकड़ों शीशियां मिलीं। पूछताछ में कार सवार शक्ति नगर निवासी सोनू तिवारी, अजय बाजपेई और ब्रह्मनगर निवासी गौरव सिंह ने बताया कि वह खांसी का नकली सिरप बनाते हैं।
कारखाने का पता शक्ति नगर बताया। इस पर पुलिस ने कारखाने में दबिश दी तो वहां काम कर रहे ब्रह्मनगर निवासी विकास गुप्ता और इंदिरानगर निवासी फैज फरार हो गए। जांच-पड़ताल में कारखाने में पैकिंग मशीन, एक ब्रांडेड कंपनी की दवा से भरी 1540 शीशियां बरामद हुईं।
इसके अलावा प्लास्टिक की दो बोरियों में खाली शीशियां व ढक्कन के अलावा दो गत्तों में कई बड़ी कंपनियों के रैपर मिले।
औषधि प्रशासन विभाग की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। वहीं बरामद दवाओं के दो नमूने जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजे गए हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपी गिरोह बनाकर आसपास के जिलों में नकली सिरप की सप्लाई कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश के लिए टीमें लगाई गई हैं।
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह सिरप की आपूर्ति प्रदेश के कई जिलों में करते थे। उनका संपर्क नकली दवा बनाने वाले उन्नाव और कानपुर के कई कारोबारियों से भी हैं। माल बनाने के बाद सभी तालमेल कर अपने-अपने माल की बिक्री के लिए जिले तय करते हैं, ताकि एक जिले में एक ही व्यक्ति की नकली दवा की बिक्री हो।
